दुनियाभर में टेंशन, योग है पाउज बटन, इंटरनेशनल योग दिवस पर पीएम मोदी का दुनिया को संदेश

आज 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है और इस मौके पर दुनिया भर में लोग योगाभ्यास कर रहे हैं. इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में विशाल योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतृत्व किया. योगांध्र 2025 में प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए. इस दौरान पीएम मोदी ने योग के महत्व को बताते हुए कहा कि दुनिया भर में तनाव और अशांति के इस दौर में योग ‘पॉज बटन’ है.

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के आरके बीच पर आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को आह्वान किया कि योग को सिर्फ व्यक्तिगत अभ्यास नहीं, बल्कि वैश्विक साझेदारी और लोकनीति का हिस्सा बनाया जाए. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है. अशांति और अस्थिरता बढ़ रही है, ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है. यह हमें रुकने, सोचने और खुद से जुड़ने का अवसर देता है. यह दुनिया के लिए ‘पॉज बटन’ बन सकता है.’

‘भारत की सीमाओं से बहुत आगे बढ़ा योग’
पीएम मोदी ने इसके साथ ही आह्वान किया, ‘आइए, इस योग दिवस को ‘मानवता के लिए योग 2.0’ की शुरुआत का प्रतीक बनाएं, जहां आंतरिक शांति हमारी वैश्विक नीति बन जाए.’

पीएम मोदी ने इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग अब भारत की सीमाओं से बहुत आगे बढ़ चुका है. उन्होंने कहा, ‘चाहे सिडनी ओपेरा हाउस हो, एवरेस्ट की चोटियां हों या समंदर की लहरें, हर जगह से यही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है.’ उन्होंने यह भी कहा कि जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को योग दिवस के रूप में घोषित करने का प्रस्ताव रखा, तो मात्र कुछ ही समय में 175 देशों ने इसका समर्थन किया. आज 11 साल बाद, योग दुनिया के करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है.