नक्सलियों ने सरपंच को घर से घसीटकर गला काटा, कमाण्डर हिड़मा के गांव में लौटे

बस्तर. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में है। अंधेरा होने के बाद यहां चहल-पहल बन्द हो जाती है। गांव के सरपंच रामा बोइके भी घर में ही थे। तभी घने पेड़ों के बीच से 10-12 लोग रामा के घर की तरफ बढद्ये। उनके हाथों में बंदूकें और डंडे थे। सभी ने गमछे से मुंह ढक रखा था। उन लोगों ने रामा को घसीटकर बाहर निकाला। पहलं डंडों से पीटा और फिर गर्दन पर कुल्हाडी मार दी। रामा को बचाने जो आया उसे भी पीटा। यह हमलावर नक्सली थंे। उन्होंने एक पत्र भी छोड़ा, जिसमें लिखा था कि रामा पुलिस का मुखबिर है। इसलिये उसे मौत की सजा दी गयी है।
रामा जिस पूवर्ती गांव के सरपंच थे वह मोस्ट वांटेड नक्सली (माओवादी) के सेंट्रल कमेटी मेम्बर माड़वी हिमा और बटालियन नम्बर 1 के कमाण्डढर देवा बारसे का भी गांव है। पूवर्ती गांव से निकला हिडमा एक करोड़ रूपये का इनामी नक्सली बन गया। कैसे यह गांव नक्सलियों से आजाद हुआ। क्या रामा बोडके की हत्या उनके आतंक भी वापिसी की और इशारा है।