1,08,00,00,000 रु का PM आवास योजना में बड़ा घोटाला? 9000 लोगों के खाते में भेजे गए पैसे

प्रयागराज: प्रधानमंत्री आवास योजना मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है, अभी तक इस योजना के तहत उन लोगों को घर मिलते आए हैं, जिनके सिर पर छत नहीं है. लेकिन प्रयागराज में इस योजना से जुड़ी ऐसी खबर आई है, जो हैरान कर देने वाली है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 9000 से अधिक लोग धोखाधड़ी करते हुए 1.20 लाख रुपये की राशि ले लिए हैं. जबकि उनके पास पहले से अपना मकान था. मामले की जांच में पता चला है कि इस योजना के तहत बांटी गई राशि का गलत इस्तेमाल हुआ है. अब प्रशासन इन सभी लोगों से योजना का पैसा रिकवर करने की कोशिश कर रहा है.
पेंशन योजनाओं में भी फ्रॉड
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे ही पेंशन योजनाओं में भी फ्रॉड करने का मामला सामने आया है, जिसमें फर्जी दावों, मृत लाभार्थियों और दोबारा शादी करने की जानकारी न देने के कारण 40 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. अधिकारियों ने माना कि राशि वापस लेने की कोई व्यवस्था न होने के कारण कार्रवाई में मुश्किल हो रही है. इससे यह साफ जाहिर होता है कि पॉलिसी में सुधार और सख्त जांच की जरूरत है.
9000 से अधिक लोग ने पीएम आवास योजना में की धोखाधड़ी
बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये तीन किश्तों में दिए जाते हैं. लेकिन पहली किश्त देने के बाद हुए सर्वे में पता चला कि 9,000 से अधिक लोग, जो अलग-अलग गांवों में रहते हैं, वो पहले से ही घर बना रखे हैं. इसमें से कुछ के घर तो दो मंजिला हैं. इन सभी लोगों ने फर्जी डॉक्यूमेंट जमा करके योजना का पैसा ले लिया.
पहली किस्त मिलने के बाद एक ईंट तक नहीं रखी
शंकरगढ़ ब्लॉक में ही 3,127 लाभार्थियों ने पहली किश्त लेने के बाद एक भी ईंट नहीं रखी. स्थानीय लोगों से जांच करने पर पुष्टि हुई कि इन लोगों को नए घर की जरूरत ही नहीं थी. अब प्रशासन इनके खिलाफ राशि वापसी की कार्रवाई शुरू करने जा रहा है. मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह ने जांच शुरू कराई और प्रशासन को दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया. साथ ही, जिन अधिकारियों ने इन आवेदनों को मंजूरी दी, उनकी भी जांच हो रही है.