गैंगरेप के बाद न्याय के लिए 14 महीने भटकती रही नाबालिग पीड़िता, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा

सोनभद्र. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र (Sonbhadra) में घोरावल कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म (Gangrape) हुआ. इसके बाद पीड़िता को 14 महीने इंसाफ की आस में दर-दर भटकना पड़ा लेकिन पुलिस ने एक न सुनी. अब न्यायालय के आदेश पर मामले में 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़िता का आरोप है कि इतने महीने तक रोज उसे जान से मारने व बेइज्जत करने की धमकी आरोपियों के तरफ से मिलती रही लेकिन घोरावल पुलिस सोती रही.

पीड़ित पक्ष लगातार उच्च अधिकारियों के चक्कर काटता रहा. मानसिक रूप से प्रताड़ना झेलने के बाद न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ.

घोरावल स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी व्यक्ति ने रविवार शाम पुलिस को तहरीर देकर बताया कि जुलाई, 2020 को रात्रि 11 बजे उसकी 12 साल की नाबालिग पुत्री को शौच गइ्र थी. रास्ते में उसके गांव के दो लोग और कोडिहार गांव का एक युवक ने उसकी पुत्री का मुंह बांधकर अपह्त कर लिया और एक आरोपी के घर ले गए. यहां सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया.

देर रात तक घर न आने पर जब वह खोजने निकला तो संतोष के घर में निर्वस्त्र हालत में उसकी पुत्री मिली. अभियुक्तों ने उसे शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी. घटना के अगले दिन उभ्भा चौकी व घोरावल कोतवाली में तहरीर दी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.

पुलिस अधीक्षक, मानवाधिकार आयोग व मुख्यमंत्री कार्यालय को 27 जुलाई 2021 को प्रार्थना पत्र भी भेजा लेकिन कुछ नहीं हुआ. मामले में जब न्यायालय की शरण ली तो अब कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस सम्बंध में एसएचओ देवतानंद सिंह ने बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर संतोष पुत्र राम अवतार, देवराज उर्फ पंडित पुत्र राम अवतार व कोडिहार निवासी सोनू पुत्र अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं मे केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.