नल जल योजना में करप्शन पर डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद का जवाब- कॉन्ट्रैक्ट सरकार के नियमानुसार

पटना. ‘हर घर, नल का जल’ योजना में उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर पर लग रहे भ्रष्टाचार (Tarkishore Prasad Nal Jal Yojana Corruption) के आरोपों पर उन्होंने जवाब दिया है. प्रेस विज्ञप्ति के जरिये जवाब जारी करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हर घर, नल का जल’ योजना की सफलता से घबराकर विपक्ष अनर्गल प्रलाप कर रहा है. जिस कंपनी को टेंडर देने की बात की जा रही है उन कंपनियों और प्रतिष्ठानों में मेरे परिवार या ससुराल का कोई सदस्य शामिल नहीं है. कटिहार जिला के 4 वार्ड में सिर्फ चार स्कीमका काम मेरे परिवार की सदस्य पूजा कुमारी को मिला, जिसका कॉन्ट्रैक्ट सरकार के नियमानुसार पीडब्ल्यूडी कोड निविदा प्रक्रिया एवं नियमों के मुताबिक 2019 में किया गया है और संबंधित क्षेत्र में जलापूर्ति भी किया जा रहा है. डिप्टी सीएम ने कहा है कि यह सभी कार्य मेरे उप मुख्यमंत्री बनने के पहले पूरे किए जा चुके थे इसलिए मुझ पर यह आरोप गलत है कि मैंने उप मुख्यमंत्री रहते हुए प्रभाव का इस्तेमाल किया.

डिप्टी सीएम ने कहा कि राजद पर 5 करोड़ लेकर टिकट नहीं देने के मामले में कोर्ट के निर्णय के बाद दर्ज हुई प्राथमिकी से जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास राजद के नेता कर रहे हैं. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट नल जल योजना में डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के साले, बहू व रिश्तेदारों पर योजना में ठेका लेने का आरोप लगाया गया है.

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे को लेकर सीधे सीएम नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की थी. उन्होंने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता कर सीएम नीतीश कुमार को डरपोक और कमजोर मुख्यमंत्री कहा था. इसके साथ ही तेजस्वी ने कहा कि उनकी हिम्मत नहीं है कि वह बीजेपी पर कार्रवाई कर सकें.

तेजस्वी ने कहा था कि नीतीश कुमार पूरे तरह से थक गए हैं और अब वो क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता करने को नीतीश कुमार तैयार हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सिर्फ तारकिशोर प्रसाद ही नहीं कई जेडीयू नेताओं और उनके संबंधियों को नल जल योजना के तहत लाभ पहुंचाया गया है. उन्होंने कहा कि बिजनेस करना बुरी बात नहीं है, लेकिन भ्रष्टाचार करना ही इनका बिजनेस है. अगर विपक्ष की पार्टी होती तो अब तक ईडी और सीबीआई पहुंच गई होती.