लालू की छोटी बेटी रोहिणी का CM नीतीश पर हमला, बोलीं- बिहार नहीं संभल रहा तो कुर्सी छोड़ें, सुशील मोदी को भी लपेटा
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति में लगातार दिलचस्पी लेती दिख रही हैं. कोरोना संकट के इस दौर में एक दिन में ताबड़तोड़ नौ ट्वीट कर रोहिणी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी को निशाने पर लिया है. हाल के दिनों तक राजनीतिक बयानबाजी से दूर रहीं रोहिणी के इन बयानों से राजनीतिक हलकों में उनकी सक्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
यही नहीं, पिछले दिनों बक्सर में गंगा में मिली लाशों को लेकर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रानौत के उस बयान पर रोहिणी आचार्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें कंगाना ने लाशों को नाइजीरिया का बताया था. उस समय रोहिणी ने कंगना को आंख की अंधी और दिमाग के पैदल बताते हुए कहा था कि राज्यसभा सीट या सीधे मुख्यमंत्री बनने की खातिर मानवता का गला घोंटती यह दलाली ठीक नहीं है. वहीं, बिहार की राजनीति में पहले से सक्रिय लालू की बड़ी बेटी और मौजूदा राज्यसभा सांसद मीसा भारती इन दिनों सोशल मीडिया पर उतना सक्रिय नहीं दिख रही हैं.
रोहिणी ने सुशील मोदी का बताया 'ट्विटर मियां'
रोहिणी आचार्य ने एक ट्वीट में अपने पिता लालू प्रसाद यादव के बड़े आलोचक रहे बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी पर बड़ा हमला बोला है. सुशील मोदी के इस आरोप पर कि लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ने कोरोना वैक्सीन नहीं लेकर टीकाकरण के खिलाफ लोगों को उकसाया है पर रोहिणी ने पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट किया है कि पहले सरकार वैक्सीन लाकर दे तो सही. सुशील मोदी को जनता के बीच जाकर देखने की नसीहत देते हुए रोहिणी ने उन्हें 'ट्विटर मियां' की उपाधि से नवाज डाला है. इसके साथ उन्होंने सुशील मोदी को झूठ का पुलिंदा तक करार दिया है. रोहिणी आचार्य ने यह आरोप भी लगाया कि वे कमीशन की खातिर एम्बुलेंस चोरों से मिले हुए हैं. जबकि एक अन्य ट्वीट में रोहिणी ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा है,' वैक्सीन और इंजेक्शन विदेश भेजकर कमीशन की खातिर खुलासा मियां ने अपने परिवार में टीका लगवा कर जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है. वे जीवन रक्षक उपकरणों और वैक्सीन को विदेश भेजकर पैसा वसूली में डूबे हैं और लालू-राबड़ी का चालीसा पाठ कर अपने कुकर्मों को मिटाने में लगे रहते हैं.'
सीएम नीतीश को बताया 'कुर्सी कुमार'
यही नहीं, रोहिणी आचार्य ने कचरे के ठेले पर कोरोना मरीज की लाश का जिक्र करते हुए इसे मानवीय संवेदना को तार-तार करने वाली घटना बताया है. इसके अलावा अपने एक ट्वीट में रोहिणी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के विकास मॉडल को मानवता को शर्मसार करने वाला बताते हुए ट्वीट किया कि बिहार में पग-पग पर महिलाओं की अस्मत लूटी जा रही है, लेकिन सरकार अंधी, गूंगी और बहरी बन गई है. दूसरे ट्वीट में उन्होंने मुजफ्फरपुर बालिका गृह सामूहिक दुष्कर्म कांड की याद दिलाते हुए लिखा है कि बालिका गृह के संरक्षक से कोई भला क्या फरियाद करें? उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कुर्सी कुमार की संज्ञा देते हुए लिखा है कि अगर उनसे बिहार संभल नहीं रहा तो वे कुर्सी से उतर क्यों नहीं जाते हैं?