पंजाब में बड़ी जीत के बाद अब बंगाल में ममता बनर्जी को टक्‍कर देने उतरेगी AAP

West Bengal Panchayat Elections: कोलकाता. पंजाब के विधानसभा चुनाव (Punjab Elections 2022) में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी जीत दर्ज करके अन्‍य सभी दलों को चौंकाया है. आप ने राज्‍य में 117 में से 92 सीटें अपने नाम की हैं. इसके बाद अपनी जीत की खुशी जाहिर करने के लिए आप की ओर से रविवार को अमृतसर में बड़ा रोड शो किया गया. पंजाब की जीत के बाद अब आप ने दूसरे राज्‍यों की ओर बढ़ने का निर्णय लिया है. इसके तहत आम आदमी पार्टी अब पश्चिम बंगाल (West Bengal) के आगामी पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) भी लड़ेगी. यह चुनाव अगले साल होने हैं. इस निर्णय से तृणमूल कांग्रेस (TMC) और ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को सीधे टक्‍कर देने की बात कही जा रही है.

दरअसल आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस राष्‍ट्रीय स्‍तर पर आगे बढ़ना चाह रही हैं. इसी के तहत दोनों न गोवा विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. ऐसा उस समय हुआ जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने विपक्ष से एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ने की अपील की थी. ममता बनर्जी की ही तरह तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी विपक्ष की एकजुटता की बात कर रहे हैं. लेकिन आम आदमी पार्टी तेलंगाना को दक्षिणी राज्‍यों में घुसने के प्रमुख रास्‍ते के तौर पर देख रही है. आप नेता सोमनाथ भारती केसीआर राव की तुलना पीएम मोदी से कर चुके हैं.

पश्चिम बंगाल की अपनी योजना के हिस्से के रूप में आप ने पार्टी को इस ओर ध्‍यान में लाने की कोशिश की कि शायद ही कभी राज्य में लोगों का ध्यान उसकी ओर गया हो. रविवार को आम आदमी पार्टी की बंगाल इकाई ने कोलकाता में रैली का आयोजन किया. यह शायद पहली बार था. आप के समर्थक हाथ में पोस्‍टर लेकर पंजाब में जीत दिलाने के लिए लोगों को धन्‍यवाद दे रहे थे.

वहीं सोमवार को आप की महिला विंग पश्चिम बंगाल में महिलाओं की स्थिति बताने और उसकी तुलना दिल्‍ली से करने के लिए प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करेगी. बंगाल में आप के नेता संजय बासु ने कहा, ‘हमारा बंगाल प्‍लान फरवरी 2020 में ही तय हो गया था और हम राज्‍य में लगातार अपने नेटवर्क को फैला रहे हैं. हमने 16 जिलों में बेस तैयार किया है’

उनका कहना है कि आप ने 2021 में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा था क्‍योंकि पार्टी का पूरा ध्‍यान पंजाब और तीन अन्‍य राज्‍यों के चुनावों पर केंद्रित था. हम राज्‍य में अपने संगठन की मजबूती का इंतजार कर रहे थे. अब हम पंचायत चुनाव लड़ेंगे.