ग्वालियर चंबल के 7 सीटों पर हारी तो शिवराज सरकार के नगरीय निकाय विकास विभाग के चीफ इंजीनियर ने 37 करोड़ रु. से ज्यादा राशि वापस मांगी

ग्वालियर-चंबल अंचल में विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा सरकार की ओर से करोड़ों रुपये के विकास कार्यों के भूमि पूजन, शिलान्यास और लोकार्पण किए इसके बावजूद ग्वालियर चंबल में 7 सीटों पर भाजपा को शिकस्त मिली। अब राज्य सरकार के नगरीय निकाय विकास विभाग के चीफ इंजीनियर ने 37 करोड़ रुपये से ज्यादा राशि उन विधानसभा के निकायों से वापस मांगी है जहां भाजपा हारी है। भोपा से राशि वापस मांगे जाने का पत्र भिंड, मुरैना, शिवपुरी और ग्वालियर जिले के निकायों में पहुंचा है। इसके बाद राशि को कई जगह वापस किया गया है या वापस किया जा रहा है।
ग्वालियर नगर निगम आयुक्त, भिंड जिले की गोहद नगरपालिका सीएमओ, मुरैना व शिवपुरी जिले में पत्र पहुंचा
भोपाल से नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के चीफ इंजीनियर की ओर से ग्वालियर नगर निगम आयुक्त, भिंड जिले की गोहद नगरपालिका सीएमओ, मुरैना और शिवपुरी जिले में पत्र पहुंचा है। इसके माध्यम से विकास कार्यो के लिए उपचुनाव से पहले जून से सितंबर के बीच विशेष निधि से जारी किए गए 37 करोड़ रु. से ज्यादा वापस मांगे है। पत्र में संबंधित कार्य शुरू नहीं होने की बात लिखी है जबकि हकीकत यह है कि कई जगह कार्य शुरू हो चुके है। गोहद में ही सीएमओ ने करीब पांच करोड़ रु. के कार्य शुरू करवा दिए थे।
ग्वालियर पूर्व के लिए 17.30 करोड़ रु. आए थे
ग्वालियर- पूर्व विधानसभा सीट के तहत आने वाली मुरार नदी पर जल संवर्धन, रिंग रोड बनाने, 29 पार्क निर्माण सहित कई विकास कार्यो के लिए 17.30 करोड़ रुपये आए थे। नगरीय प्रशासन विकास के चीफ इंजीनियर ने राशि वापस मांगी है। ग्वालियर पूर्व सीट पर भाजपा के मुन्नालाल गोयल को हराकर कांग्रेस के डॉ. सतीश सिकरवार जीते थे।