सुरक्षा चाक-चौबंद,सोशल मीडिया पर पहरा अयोध्या पर फैसले से पहले देशभर में अलर्ट

अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट 9.11.19 को अपना फैसला सुनाएगा। इसे लेकर उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों में खास तैयारियां की गई है. उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में धारा-144 लागू है और अयोध्या से जुड़े किसी भी आयोजन पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही अयोध्या से सटे जिले अंबेडकरनगर के कई स्कूलों में 8 अस्थायी जेल बनाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सांसदों और मंत्रियों को क्षेत्र में रहने का निर्देश जारी किया है.

पीएम ने अपने सांसदों मंत्रियों को शांति कायम करने के निर्देश तो दिए ही हैं. साथ ही देश के अलग-अलग शहरों में प्रशासन भी सख्त हो रहा है. शहरों में सुरक्षा व्यवस्थाएं बढ़ा दी गई हैं. इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारी अलग-अलग शहरों में सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें करके शांति का संदेश दे रहे हैं. कोशिश यही है कि अयोध्या विवाद के फैसले के बाद देश में अमन कायम रहे.

सोशल मीडिया मॉनीटर के लिए बनाई गई टीम

उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए टीम बना दी गई है. डीजीपी मुख्यालय पर सोशल मीडिया मॉनीटर टीम बनाई गई है. इसकी अगुवाई साइबर क्राइम के आईजी अशोक कुमार सिंह कर रहे हैं. इस टीम की जिम्मेदारी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को चिन्हित करना है. इस टीम ने पिछले 15-20 दिनों में 72 लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुस्लिम धर्मगुरुओं और साधुओं के साथ बैठक

शाहजहांपुर में भी डीआईजी और जिले के आला-अधिकारियों ने शहर के मानिंद लोगों के साथ शांति बैठक की, यहां डीआईजी ने साफ लफ्ज़ों में कहा कि अराजक तत्वों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा. उन्होंने शहर के लोगों से शांति की अपील भी की. प्रयागराज में भी

पुलिस के आला अधिकारियों ने मुस्लिम धर्मगुरुओं और सनातम धर्म को मानने वाले गुरुओं के साथ बैठकें कीं. दोनों वर्गों से प्रशासन ने शहर की शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की.