FASTag वालों के लिए नई चुनौती, अब हर 3 साल में करनी होगी KYV प्रक्रिया
            ग्वालियर. अगर आपके पास गाडी है और आप फास्टैग का इस्तेमाल करते है तो आपके लिए नई जिम्मेदारी आ गई है। अब सिर्फ केवाईवी ही नहीं बल्कि केवाईवी यानी नो योर व्हीकल प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस प्रक्रिया को लागू किया है ताकि फास्टैग से होने वाले फर्जीवाडे पर रोक लगाई जा सके।
फास्टैग के गलत इस्तेमाल ने बढाई परेशानी
दरअसल पिछले कुछ महीनों में कई मामले सामने आए जिनमें ट्रक चालकों ने कारों के फास्टैग का इस्तेमाल किया या कुछ लोगों ने अपने फास्टैग को वाहन पर लगाने की बजाय पर्स या बैग में रख लिया। इससे न केवल टोल राजस्व में गडबडी हुई बल्कि डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम भी प्रभावित हुआ। अधिकारियों के अनुसार इन गडबडियों से बचने और सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए नो योर व्हीकल प्रक्रिया शुरू की गई है।
3 साल में दोहराना होगा सत्यापन
यह प्रक्रिया एक बार की नहीं है। एनपीसीआई ने निर्देश जारी किए हैं कि प्रत्येक तीन वर्ष में यह सत्यापन दोबारा कराना होगा, ताकि जानकारी हमेशा अपडेट रहे। जो फास्टैग निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं पाए जाएंगे, वे अपने-आप निष्क्रिय हो जाएंगे। साथ ही, पांच साल से पुराने फास्टैग को बदलना भी अनिवार्य होगा।