इंतजार खत्म, आ गयी जनगणना और कास्ट सेंसस की तारीख, 1 मार्च 2027 को आयेंगे आंकड़े

नई दिल्ली. देश की लम्बे समय से लंबित जनगणना और जातिगत गणना की प्रक्रिया अब तय हो गयी है। सूत्रों के अनुसार 16 जून 2025 को जनगणना अधिनियम 1948 के तहत अधिसूचना जारी होते ही यह प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो जायेगी। इसके बाद जनगणना से जुड़ी विभिन्न एजेंसियां सक्रिय हो जायेगी। पहले चरण में स्टाफ की नियुक्ति, प्रशिक्षण्ध्या जनगणना फॉर्मेट तैयार करना और फील्ड वर्क की योजना बनाई जायेगी। खास बात यह है कि इस बार जनगणना और जातिगत जनगणना एक साथ की जायेगी।
प्रक्रिया 2 चरणों में पूरी होगी। पहला चरण 1 फरवरी 2027 तक पूरा किया जायेगा। जबकि दूसरा और अंतिम चरण फरवरी 2027 कके अंत तक संपन्न होगा। 1 मार्च 2027 की मध्यरात्रि को संदर्भ तिथि माना जायेगा। यानी उस वक्त देश की जनसंख्या और सामाजिक स्थिति का जो भी आंकड़ा होगा। वहीं रिकॉर्ड में दर्ज किया जायेगा। इस दिन के बाद से आंकड़े सार्वजनिक रूप से सामने आने लगेंगे। यह ऐतिहासिक कदम देश की सामाजिक संरचना को बेहतर ढंग से समझने और नीतिगत फैसलों के लिये मजबूत आधार प्रदान करेगा।
वहीं हिमालयी और विशेष भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और उत्तराखंड में यह जनगणना प्रक्रिया अन्य राज्यों से पहले, अक्टूबर 2026 तक पूरी कर ली जायेगी। वहां मौसम की कठिनाइयों और दुर्गम इलाकों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।