सेप्टिक टैंक में सोना ढूंढने 8 मजदूरों को उतारा, 4 की दम घुटने से मौत

जयपुर. राजधानी जयपुर के सांगानेर सदर थाना इलाके में सीतापुरा के जूलरी मार्केट में सोमवार देर रात को बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया. यहां एक जूलरी फैक्ट्री में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान चार मजदूरों की जहरीली गैस से दम घुटने के कारण मौत हो गई. दो बाहर निकल आए. दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से बीमार हो गए और उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. बताया जा रहा है कि जूलरी फैक्ट्री में जूलरी मेकिंग के दौरान सोने के बुरादे और कण निकलते हैं. ये बाद में पानी के साथ सेप्टिक टैंक में जमा हो जाते हैं. हर दो महीने में टैंक की सफाई कर केमिकल युक्त पानी निकाला जाता है ताकि उसमें से छानकर सोना निकाला जा सके.



हादसा सीतारपुरा के ज्वेल्स जोन एरिया में अचल जेम्स कंपनी के परिसर में हुआ. सोमवार को भी इसी काम के लिए मजदूर टैंक में उतारे गए थे. लेकिन टैंक में मौजूद जहरीली गैस की चपेट में आने से एक के बाद एक मजदूर बेहोश हो गए. टैंक में उतरे मजदूरों की तरफ से जब कोई प्रतिक्रिया आई तो अन्य मजदूर उन्हें बचाने के लिए टैंक में उतरे लेकिन वे भी जहरीली गैस का शिकार हो गए. घटना की सूचना मिलते ही सांगानेर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. सभी मजदूरों को तुरंत टैंक से निकाला गया और महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया.


बिना किसी सुरक्षा उपकरण के टैंक में उतारा गया था
अस्पताल में डॉक्टर्स ने चार मजदूरों को मृत घोषित कर दिया. दो अन्य मजदूरों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए एमजीएच की मोर्चरी में रखा गया है. बताया जा रहा है कि टैंक में जहरीली गैस, संभवतः कार्बन डाइऑक्साइड या अन्य हानिकारक गैस की मौजूदगी के कारण यह हादसा हुआ. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मजदूरों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के टैंक में उतारा गया था. उसके कारण यह हादसा और भी गंभीर हो गया.

राजस्थान में इससे पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं
इस घटना के बाद मजदूरों में गुस्सा है. वे इस हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है. राजस्थान में इससे पहले बीकानेर और सीकर में ऐसे हादसों में कई मजदूरों की जान जा चुकी है. बार-बार इस तरह के हादसे के बावजूद मजूदरों को बिना सुरक्षा उपकरणों के सेप्टिक टैंक में उतार दिया जाता है.