विवेकानंद ROB के लिये इंतजार करना होगा, मिट्टी जांच के नमूने हुए फेल, बदलेगी पिलर की डिजाइन

ग्वालियर. विवेकानंद नीडम रेलवे ओवर ब्रिज पूरा होने के लिये ग्वालियरवासियों को ओर इंतजार करना पड़ेगा यह आरओबी 2 वर्ष में पूरा हो जाना चाहिये था। जो कि 6 वर्ष बीत जाने के बाद पूरा नहीं हो सका। रेलवे ने अपने हिस्से का काम पूरा करने के बाद अब पीडब्ल्यूडी की ब्रिज शाखा काम कर रही है। कलेक्ट्रेट की तरफ जाने वाले यानी विवेकानंद नीडम की ओर रेल ब्रिज से मिलान करने के लिये 2 पिलर खड़े किये जाने है।
यहां 2 गड्ढे खोदे गये हैं, मिट्टी की जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि पिलर की जो डिजाइन ब्रिज शाखा ने बनाई है। उसका मिट्टी लोड नहीं ले पायेगी। इससे 2 पिलर की डिजाइन बदलेगी। पिलर की डिजाइन बदलने के लिये ब्रिज शाखा द्वारा मुख्यालय से मंजूरी ली जायेगी। इसमें कम से एक महीने का समय लग सकता है। जिससे आरओबी का निर्माण लगभग 7 वर्ष में ही पूरा हो पायेगा।
वर्ष 2017 आरओबी का निर्माण कार्य हुआ था शुरू
लंबाई- 970 मीटर
चौड़ाई – 24 मीटर
लागत – 42 करोड़
काम शुरू- अक्टूबर 2017
पूरा होना था – दिसंबर 2019
एक लैब से सैम्पल फेल हुए अब दूसरी लैब में भेजकर चेक करायेंगे
2 पिलर के लिये लैब में मिट्टी की जांच करायी गयी। जांच में सैम्पल फेल पाया गया है। अब क्रॉस चेक के लिये दूसरी लैब में जांच के लिये सैम्पल भेजा है। यदि सैम्पल फेल होता है तो डिजाइन बदल जायेगी।
जोगेन्द्रसिंह यादव, ईई, ब्रिज शाखा, पीडब्ल्यूडी