बेंगलुरू ज्वेलर्स में डकैती के दौरान लगी थी गोली, जेएएच में हुई मौत

ग्वालियर. क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात को ग्वालियर के रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 2 पर कर्नाटक एक्सप्रेस ट्रेन से 4 बदमाशों को दबोचा था। यह कर्नाटक के बेंगलुरू में डकैती का प्रयास कर भागे थे। इस बीच एक बदमाश को गोली से घायल हुआ था। जिसे जेएएच में भर्ती कराया गया था। रविवार की शाम को घायल बदमाश की मौत हो गयी है।
जिस पर मृतक के बाबा ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक के बाबा ने बताया है कि उनके नाती सूरज सिंह तोमर को गले में गोली लगी थी। यदि घटना के दौरान भागते समय उसे गोली लगती तो पैर, पीठ या कहीं और लगती। लेकिन गर्दन के नीचे गोली कैसे लग सकती है। पुलिस ने ग्वालियर स्टेशन पर उसे गोली मारी है। वह 2 महीने से ट्रेन में सामान बेचने (वेंडर) का काम कर रहा था और फिर बेंगलुरू कैसे पहुंच गया, वह आखिर समय तक गोली निकालने और सच्चाई बताने की बात कह रहा था। लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया। इसमें हत्या का मामला दर्ज किया जाये।
क्या है पूरा मामला
14 मार्च को कर्नाटक के पुर्वोत्तर बेंगलुरू कोडिगेहल्ली देवीनगर इलाके में 4 बदमाशों ने सशस्त्र डकैती का प्रयास किया था। बाइक सवार 4 बदमाश इलाके में लक्ष्मी बैंकर्स एंड ज्वैलर्स के स्टोर में पहुंचे थे। चारों बदमाशों ने हेलमेट पहन रखे थे। 2  बाहर रुके और 2  बदमाश अंदर पहुंचे। यहां पूरी ज्वैलरी व कैश बैग में रखने के लिए कहा तो स्टाफ ने विरोध किया। जिस पर बदमाशों ने एक के बाद एक तीन गोलियां चला दीं। जिसमें स्टोर मालिक अनंत राम, कर्मचारी अप्पू राम, गोली लगने से घायल हो गए थे। बदमाश गोलियां चलाते हुए भाग गए थे। दो दिन से कर्नाटक पुलिस उनके पीछे लगी थी। शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात ग्वालियर क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि बेंगलुरू में वारदात को अंजाम देने वाले कर्नाटका एक्सप्रेस में सफर करते हुए ग्वालियर पहुंचने वाले हैं। उनके पीछे कर्नाटक पुलिस लगी हुई थी। दोनों पुलिस ने आपस में बातचीत की और शुक्रवार-शनिवार दरमियानी रात ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने बदमाशों की घेराबंदी कर दी। ग्वालियर रेलवे स्टेश्न के प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन आई तो पुलिस ने पीछे झांसी एंड पर जनरल कोच में सवार दो बदमाशों को घेराबंदी कर पकड़ा है, जब वहां उनसे पूछताछ की गई तो बदमाशों का कहना था दो साथी स्लीपर कोच में सफर कर रहे हैं। जिस पर घेराबंदी कर उनको भी पकड़ा है। बदमाशों की पहचान 35 वर्षीय कान्हा शर्मा पुत्र भगवती प्रसाद निवासी रामनगर दीक्षित वाली गली मुरैना, 28 वर्षीय निवासी राधारमण उर्फ आशू शर्मा पुत्र शंभु दयाल निवासी गिदौली पोरसा मुरैना, 27 वर्षीय सूरज पुत्र देशराज सिंह तोमर निवासी गांव चिरहरुआ अम्बाह मुरैना हाल निवासी गोहद इंद्रा कालोनी, 33 वर्षीय बंटी पुत्र गणेश राम शर्मा निवासी कैलारस मुरैना के रूप में हुई थी।
सूरज के गले में लगने से गोली से हुई मौत
बेंगलुरू में घटना के वक्त 2 बदमाश बाहर गाड़ी लेकर खड़े थे, जबकि 2 बदमाश सूरज तोमर व कान्हा शर्मा अन्दर दुकान में लूटपाट कराने गये थे। जब वहां विरोध का सामना करना पड़ा तो दोनों ने गोलियां चलाई थी। जिसमें स्टोर मालिक समेत 2 लोग घायल हुए थे। भागते वक्त सूरज के हाथ से कट्टा व चाकू छूट गया था। जिस पर दुकान के एक कर्मचारी ने कट्टा चला दिया था। गोली सूरज के गर्दन के नीचे लगी थी। जिस वजह से घायल हो गया था। गोली ऐसी जगह लगी थी कि वह शरीर के भीतर ही फंसी थी। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे ग्वालियर जेएएच में भर्ती कराया था। जहां सूरज ने रविवार की शाम को मौत हो गयी। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया है सोमवार को सूरज के शव को पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल के जरिये कराया जायेगा।
ट्रेन में वेंडर का काम करता था
मृतक के बाबा नरेश तोमर ने बताया है कि 2 माह से सूरज ट्रेन में खाने के सामान बेचने का काम करता था। वह बेंगलुरू कब पहुंच गया और डकैती का प्रयास किया यह उनको नहीं पता। हमें तो इतना पता है कि सूरज को स्टेशन पर पुलिस ने गोली मारी और वहां से सीधे जेएएच ले गये।