जीवाजी विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार-महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में ABVP ने किया प्रदर्शन

ग्वालियर. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली के इलाके में में महिलाओं के साथ यौन शोषण, सामूहिक अस्मिता का हनन एवं उनके परिवारों के सुनियोजित अत्याचार राज्य सरकार द्वारा संरक्षित अपराधियों द्वारा आये दिन हो रहे अत्याचार के विरोध में अखिल विद्यार्थी परिषद (ABVP ) ग्वालियर महानगर के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार पर प्रदर्शन किया और कार्यकर्त्ताओं ने जीवाजी विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम एसडीएम विनोद सिंह को ज्ञापन सौंपा।
चूंकि मुख्यमंत्री के संरक्षण में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ पार्टी के नेताओं द्वारा संदेशखाली में महिलाओं के साथ शोषण हो रहा है और पश्चिम बंगाल की पुलिस कानूनी कार्यवाही करने में असफल साबित हुई है। इसलिये एवीबीपी मांग करती है। महिलाओं को न्याय दिलाने में आपके द्वारा हस्तक्षेप किया जाये। न्याय की इस मुहिम में राज्यपाल, राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानव अधिकार, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के हस्तक्षेत्र का स्वागत करती है।
एबीवीपी की मांग
राज्य सरकार की संलिप्पता को ध्यान में रखते हुए संदेशखाली में हुए प्रकरणों की उच्च स्तरीय जांच केन्द्रीय एंजेंसियों द्वारा करवाई जाये एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाये।
संदेशखाली में महिलाओं पर हो रही हिंसा एवं उनकी सामूहिक अस्मिता के हनन पर तत्काल अंकुश लगाया जाये।
महिलाओं के ऊपर हो रही दुराचार की घटनाओं की वास्तविकता को निर्भीकतापूर्वक शासन, प्रशासन एवं न्यायिक संस्थाओं तक पहुंचाने के लिये हेल्पलाईन की व्यवस्था की जाये।
न्याय की सुगमता के लिये पीडि़त महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाये।
वर्षो से मानसिक शोषण से धीरे -धीरे उभरने के लिये पीडि़त महिलाओं को मनोचिकित्सक, परामर्श सत्रों की सुविधा उपलब्ध करवाई जाये।
भयमुक्त संदेशखाली बनाने में केन्द्रीय बलों की प्रतिनियुक्ति की जाये। ताकि परिवारों के पलायन पर रोक लग सकें।