धूम फिल्म की कहानी की तरह रास्ते में गायब हो गए 10 करोड़ के आईफोन

नई दिल्लीः अक्सर सिनेमा में फिल्में असली घटनाओं से प्रेरित होकर बनती हैं. लेकिन कई बार असली घटनाएं फिल्मों से प्रेरित होती हैं. ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. अधिकांश लोगों को फिल्म धूम-3 याद होगी, जिसमें चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए हीरो तरह-तरह के तरीके अपनाता है और चलते ट्रक से सामान चुरा लेता है. ऐसा ही मामला पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर से सामने आया है. चेन्नई से कोलकाता जा रहे ट्रक में करीब 10 करोड़ रुपये के जा रहे आईफोन चोरी हो गए. आईफोन के करीब डेढ़ हजार पीस गायब मिले हैं.

फिल्म धूम की तरह की गई चोरी
यह मामला तब सामने आया है, जब कार्गो ट्रांसपोर्ट कंपनी ने कलकत्ता हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की शिकायत की. घटना पश्चिम मेदिनीपुर के डेबरा में हुई हालांकि, जिस तरह से कार्गो ट्रांसपोर्ट कंपनी ने अदालत में दावा किया है कि यह चोरी हुई है, वह लोगों को प्रसिद्ध हिंदी फिल्म धूम की स्क्रिप्ट की याद दिला सकती है. मालूम हो कि ट्रक पिछले साल 26 सितंबर को दस करोड़ रुपये का आईफोन लेकर चेन्नई से कोलकाता के लिए निकला था.
10 अक्टूबर को पुलिस ने दर्ज की FIR
चोरी की वारदात को डेबरा के टोल प्लाजा से पहले अंजाम दिया जाता है. ताकि टोल प्लाजा पर वाहनों के संयोजन का पता न चल सके और फोन लूट की इस पटकथा से कहीं न कहीं बॉलीवुड फिल्म ‘धूम’ में वकीलों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक में समानता नजर आती है. फिर योजना के मुताबिक टोल प्लाजा पार करने के बाद ड्राइवर ने पेट्रोल पंप के सामने गाड़ी छोड़ दी, खलासी चंपत हो गया! वकील ने दावा किया कि पुलिस को बार-बार यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया था कि डकैती के बाद फोन ब्लैक मार्केट में न चले जाएं. वे ऐसा नहीं कर सके. दरअसल, शुरुआत में पुलिस ने एफआईआर तक नहीं ली। बाद में 10 अक्टूबर को घटना की एफआईआर दर्ज की गई.
कोर्ट ने पुलिस अधीक्षक को दिया जांच का आदेश
पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है. इसके बाद ट्रांसपोर्ट कंपनी ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. जस्टिस जॉय सेनगुप्ता ने आदेश दिया कि पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक घटना की ठीक से जांच करें. मामले की अगली सुनवाई 2 फरवरी को है. जज ने उस दिन जांच की प्रगति रिपोर्ट कलकत्ता हाई कोर्ट में जमा करने का भी आदेश दिया. चोरी की घटना को जिला पुलिस ने स्वीकार कर लिया है, घटना की जांच शुरू हो गयी है और जांच टीम दूसरे राज्यों में भी गयी है.