CWG 2022: भारत के कॉमनवेल्थ गेम्स में 50 मेडल पूरे

भारतीय खिलाड़ियों का काॅमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन जारी है. अब तक हमें 18 गोल्ड सहित 55 मेडल मिले हैं. इसमें 15 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज भी शामिल हैं. आज इवेंट के अंतिम दिन बैडमिंटन, टेनिस टेनिस और पुरुष हॉकी में गोल्ड मिल सकता है.
गेम्स के इतिहास की बात करें तो भारत ने लगातार छठी बार 50 से अधिक मेडल जीते हैं. यह सिलसिला 2002 मैनचेस्टर गेम्स से शुरू हुआ. भारत ने सबसे अधिक 101 मेडल 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स में जीते हैं. तब उसे 38 गोल्ड, 27 सिल्वर और 36 ब्रॉन्ज मेडल मिला था.
बर्मिंघम गेम्स की बात करें, तो भारत ने अब तक 12 खेलों में कम से कम एक मेडल जीता है. सबसे अधिक 12 मेडल रेसलिंग में मिले हैं. 12 पहलवान गेम्स में उतरे थे और सभी ने मेडल जीते. इसमें 6 गोल्ड, एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं.
वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और 10 मेडल जीते. इसमें 3 गोल्ड, 3 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है. मीराबाई चानू, जेरेमी लालरिनुनगा और अंचिता शेउली ने गोल्ड जीता. मीराबाई ने लगातार दूसरे गेम्स में गोल्ड जीता.
बॉक्सिंग की बात करें, तो यहां 3 गोल्ड सहित 7 मेडल मिले. इसमें एक सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज भी शामिल है. निकहत जरीन, अमित पंघाल और नीतू गंघास ने गोल्ड जीता. इससे पहले निकहत ने वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब भी अपने नाम किया था.
टेबल टेनिस में हमें अब तक 3 गोल्ड सहित 5 मेडल मिले हैं. इसमें एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज भी शामिल है. मेंस टीम के अलावा मिक्स्ड डबल्स में शरत कमल व श्रीजा की जोड़ी ने और पैरा खिलाड़ी भाविना पटेल ने गोल्ड जीता. अभी मेंस सिंगल्स में शरत गोल्ड जीत सकते हैं
एथलेटिक्स के खिलाड़ियों ने भी गेम्स में शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने एक गोल्ड, 4 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज सहित 8 मेडल जीते. वहीं लॉन बॉल्स टीम ने इतिहास बनाते हुए एक गोल्ड और एक सिल्वर जीता. महिला टीम ने गोल्ड पर कब्जा किया
पैरा पावर लिफ्टिंग में भी एक गोल्ड मिला. सुधीर ने यह कारनामा किया. इसके अलावा जूडो में 2 सिल्वर और एक ब्रॉन्ज सहित भारत को 3 मेडल मिले. वहीं बैडमिंटन में हमें अब तक एक सिल्वर व 2 ब्रॉन्ज मिला है. सिंधु और लक्ष्य को आज सिंगल्स का फाइनल खेलना है. यानी 2 गोल्ड मिलने की संभावना है.