अगले कुछ महीने पृथ्वी तेजी से घूमेगी

नई दिल्ली. 10 जुलाई 2025 यानी आज का दिन सामान्य दिनों के मुकाबले 1.3 से 1.51 मिली सेकेंड पहले खत्म होगा। इसे इतिहास का सबसे छोटा दिन माना जा सकता है। 22 जुलाई और 5 अगस्त को भी चक्कर जल्दी खत्म होगा। इससे पहले 5 जुलाई 2024 को पृथ्वी ने 1.66 मिली सेकेंड पहले अपना चक्कर खत्म किया था। पृथ्वी 24 घंटे में पूरा एक चक्कर लगाती है। चंद्रमा पृथ्वी के रोटेशन चक्कर लगाना के प्रभावित कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार इन तीनों दिनों में चंद्रमा पृथ्वी के भूमध्य रेखा से सबसे दूर होगा और ध्रुवों के करीब होगा। जब चंद्रमा ऐसी जगह होता है तो उसका खिंचवा पृथ्वी की घूमने की गति को तेज कर देता है। ठीक वैसे ही जैसे कोई लट्टू ऊपर से पकडे तो वो ज्यादा तेज घूमता है। चंद्रमा भी पृथ्वी को थोडा तेज घुमा रहा है।
पृथ्वी के घूमने की गति क्या होती है
पृथ्वी पर एक दिन का मतलब होता है- पृथ्वी का अपनी धुरी पर एक पूरा चक्कर लगाना। यह एक चक्कर पूरा करने में करीब 86400 सेकेंड लगते हैं यानी लगभग 24 घंटे। पृथ्वी की घूमने की रफ्तार हमेशा एक जैसी नहीं रहती। इसे कई चीजें प्रभावित करती हैं, जैसे- सूरज और चांद की स्थिति, पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र में बदलाव, पृथ्वी के अंदर और बाहर द्रव्यमान का असमान वितरण, जिसमें बर्फ का पिघलना या समुद्र का स्तर बदलना शामिल है।