टोल प्लाजा पर अब टशन में नहीं तहजीब से पेश आएंगे कर्मी, झगड़े झंझट के लद जाएंगे दिन, NHAI ने उठाया बड़ा कदम

नई दिल्ली. एक्सप्रेसवे और नेशनल हाईवे पर नजर करने वाले तमाम लोगों की शिकायत एक जैसी ही रहती है कि टोलकर्मी का व्यवहार ठीक नहीं रहता है. वाहन चालकों से टशन में बात करते हैं. इसी तरह की मिलने वाली शिकायतों के बाद नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया ने बड़ा कदम उठाया है. टोल प्लाजा में तैनात कर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे वे सलीके से वाहन चालकों से पेश आएं.
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार देश के 1.5 लाख किलोमीटर लंबा नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे कर नेटवर्क है. इनमें से करीब 45,000 किलोमीटर पर टोल वसूला जा रहा है. टोल वसूलने के लिए देशभर में 1063 टोल प्लाजा बने हैं. हालांकि स्टेट हाईवे के कई टोल प्लाजा नेटवर्क से नहीं जुड़े हैं. इन टोल में 700 के करीब टोल नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के हैं और बचे हुए बीओटी के तहत चलाए जा रहे हैं.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार टोल कर्मियों के दुर्व्यवहार की शिकायतें आए दिन लोग करते रहते हैं. इनमें से ज्यादातर वो लोग शामिल होते हैं, जो टोल नहीं चुकाना चाहते हैं. इसी को लेकर वाहन चालक और टोल कर्मियों में विवाद होता है. इस तरह के विवाद रोकने के लिए एनएचएआई ने टोल कर्मियों को ट्रेनिंग देने की कवायद शुरू की है. इसकी शुरुआत भी हो चुकी है.
इस तरह की होगी ट्रेनिंग
मंत्रालय के अनुसार टोल कर्मियों को ट्रेनिंग एनएचएआई के अलावा काउंसल और मनोचिकित्सक दे रहे हैं. इन्हें सिखाया जा रहा है कि वाहन चालकों से टोल लेते समय कैसे बोलना है. कैसे हावभाव रखने हैं? मसलन टोल पर गाड़ी आने पर उससे चालक से आंख मिलाकर बात करनी होगी, ऐसा कतई नहीं करना कि नजर दूसरी ओर हैं और टोल के लिए केवल हाथ बाहर निकाल रहा है. चालक को क्या बात खराब लग सकती है, जिसे कहने बचना है. अलग अलग श्रेसाी के वाहन चालक से अलग अलग तरह बात करनी है. उदाहरण के लिए जिस तरह ट्रक चालक से बात करनी है कार चालक से नहीं. क्योंकि दोनों का माइंडसेट अलग अलग होगा. इस तरह ट्रेनिंग देकर टोल प्लाजा पर होने वाले विवाद को कम करने की तैयारी की जा रही है.