ऑन-लाइन और ऑफलाइन के फेर में फंसा बोर्ड मूल्यांकन

माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हायर सेकंडरी और हाईस्कूल की मूल्यांकन प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए थे। इस बार मूल्यांकन के बाद अंकों की फीडिंग ऑनलाइन की जाना थी, इसके लिए जिला मूल्यांकन केंद्रों पर अतिरिक्त व्यवस्थाएं भी गई थीं, जिला स्तर पर अंकों की ऑनलाइन फीडिंग पहली बार किए जाने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन मूल्यांकन कार्य शुरू होने के 3 दिन बीत जाने के बाद भी अंकों की फीडिंग शुरू नहीं हो पाई है। इसकी वजह तकनीकी खामी बताई जाती है। लेकिन ऐसा होने से मूल्यांकन में देरी हो सकती है और रिजल्ट भी लेट हो सकता है।

यह की गई थी व्यवस्था

पहली बार ऐसा हो रहा है कि जिला स्तर पर बनाए गए मूल्यांकन केंद्रों पर अंकों को ऑनलाइन फीड किया जाएगा, इससे पहले मूल्यांकन के बाद ओएमआर शीट पर अंक भरकर माध्यमिक शिक्षा मंडल के भोपाल स्थित कार्यालय में भेजे जाते थे और वहां पर अंकों को कंप्यूटर में फीड किया जाता था। नई व्यवस्था से मूल्यांकन से रिजल्ट घोषित किए करने की प्रक्रिया में कम समय लगने की उम्मीद थी, लेकिन अब अंकों की फीडिंग में रुकावट आने से पूरी मूल्यांकन प्रक्रिया पर ही प्रभाव पड़ेगा।

अब यह परेशानी

12वीं और 10वीं के मूल्यांकन का काम 5 मार्च से शुरू हो चुका है, लेकिन अंकों की ऑनलाइन फीडिंग शुरू नहीं हो पाई है। वजह- तकनीकी खामी बताई जाती है। मूल्यांकन से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि जिस लिंक पर ऑनलाइन अंक फीड किए जाना है, वह ओपन नहीं हो रही है। पुरानी व्यवस्था यह थी कि ओएमआर शीट पर अंक भरे जाते थे, लेकिन इस बार ओएमआर शीट भी नहीं दी गई है, ऐसे में ऑनलाइन और ऑफलाइन के फेर में अंकों की फीडिंग फंस गई है, इसका असर रिजल्ट के समय पर पड़ सकता है।