आम बजट 2022:अमृत योजना-2 के लिए ग्वालियर को केंद्र से मिल सकती है राशि

केंद्रीय बजट को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया है। विशेषज्ञ जहां बजट की सराहना करते हुए इसे दूरदर्शी बता रहे हैं, वहीं व्यापारियों ने बजट को निराशाजनक बताया है। व्यापारियों का ये मानना है कि कोरोना संक्रमण के चलते विशेषकर छोटे उद्योगपति व व्यापारी काफी प्रभावित हुए। ऐसे में सरकार को टैक्स की दरें कम करना चाहिए थी, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। वहीं, विशेषज्ञों के अनुसार सरकार के वित्तीय संसाधन सीमित हैं। ऐसे में टैक्स की दरों में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं करने का निर्णय सराहनीय है। इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश की पहल के दूरगामी परिणाम काफी अच्छे होंगे।

रोजगार के अवसर बढ़ेंगे किसानों को होगा लाभ

सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा, ये बजट देशी का बहुआयामी प्रगति को सुनिश्चित करेगा। किसानों के लिए कि गए प्रावधान से उनकी आय दोगुनी होगी। बजट के दूरगामी परिणाम नजर आएंगे। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बोले- बजट में अधोसंरचना विकास के लिए 35% से ज्यादा राशि बढ़ाने से आने वाले समय में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इससे बेरोजगारी पर लगाम लगेगी। कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि आम बजट महंगाई से परेशान आम आदमी के लिए महंगाई का बूस्टर डोज ही साबित होगा। इससे महंगाई और बढ़ेगी। इस बजट में हीरा सस्ता है और जीरा महंगा किया गया है। आम करदाताओं को भी कोई राहत नहीं दी गई है।