हिमाचल में बर्फबारी: 6 हाईवे समेत 774 सड़कें ठप, 7 लोगों की मौत, लाहौल में आया एवलांच

शिमला. हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी के तीन दिन बाद सोमवार को मौसम खुला. प्रदेशभर में धूप खिलने के बाद बर्फ से लकदक पहाड़ चांदी तरह चमक उठे. हालांकि, बर्फबारी के बाद धूप तो निकली है, लेकिन लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हुई हैं. अब एवलांच की चेतावनी जारी की गई है. लाहौल स्पीति में सोमवार को दो गांव में एवलांच आया.

लाहौल के सिस्सु और राशेल गांव में पहाड़ से स्नो एवलांच आया. हालांकि, किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन खराब मौसम के चलते सूबे में 7 लोगों की जान सोमवार को गई. इसमें शिमला में बर्फ में गाड़ी स्किड होने से बच्ची और गर्भवती सहित पांच लोगों की मौत हो गई. वहीं, चंबा में घर पर चट्टान गिरने से भीतर सो रहीं एक बुजुर्ग महिला की दबकर मौत हो गई है. मृतक की पहचान जयवंती (77) पत्नी रूलदू राम निवासी गांव बन्नू डाकघर बरौर के रूप में हुई है. शिमला के रामपुर में वजीर बावड़ी निरमंड मार्ग पर पहाड़ी दरकने से एक युवक चट्टानों की चपेट में आ गया, जिससे उसने दम तोड़ दिया है.

अटल टनल के पास आया एवलांच

जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर बाद अटल टनल के नार्थ पोर्टल के पास सिस्सु में पहाड़ी से हिमस्खलन हुआ है. इससे चंद्रा नदी का बहाव कुछ देर के लिए रुक गया. हालांकि, बाद में नदी का बहाव सामान्य हो गया. जनजातीय क्षेत्र लाहौल घाटी के राशेल-लिंगर गांव के बीच वामतट की पहाड़ी से भी लगभग एक किलोमीटर के दायरे में हिमस्खलन हुआ है.

हाईवे बंद, बिजली गुल

हिमाचल भर में बर्फबारी और बारिश के चलते अब भी छह नेशनल हाईवे समेत 774 सड़कें ठप हैं. 2054 बिजली ट्रांसफार्मर बंद होने से कई गांवों में ब्लैक आउट है. जल स्रोत और पानी की 249 परियोजनाएं जम जाने से जल संकट गहरा गया है. हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के 450 रूट ठप हैं.

मंडी में लैंडस्लाइड से हाईवे बंद

मंडी जिले में पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे सात मील के पास पूरी तरह से बंद हो गया है. हालांकि पुलिस और प्रशासन ने तुरंत प्रभाव से ट्रेफिक को अन्य वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट कर दिया है. रात भर हाईवे बंद रहा है और सुबह इसके खुलने की उम्मीद है. जहां पर पत्थर गिरे हैं वहां पहाड़ी से और पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ था. शाम करीब पांच बजे सात मील के पास पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और सात बजे बड़े-बड़े पत्थर पहाड़ी से आ गिरे, जिस कारण हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया था. एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने पुष्टि करते हुए बताया कि अंधेरा होने के कारण हाईवे पर गिरे मलबे को नहीं हटाया गया था. सुबह होते ही तुरंत प्रभाव से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा और हाईवे को जल्द से जल्द बहाल करने का प्रयास किया जाएगा.