फिर से लॉकडाउन की तैयारी

देशभर में कोरोना वायरस का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। रोजाना आने वाले मामलों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। यही वजह है कि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक एक्शन मोड में नजर आ रही है। देश के कुछ राज्यों में हालात चिंताजनक बने हुए है। ऐसे में ये माना जा रहा है कि जल्द ही देश एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। कई राज्यों ने तो बड़ी पाबंदियां लगाना शुरू भी कर दी है। खास तौर पर महाराष्ट्र और दिल्ली में स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। इसके अलावा दक्षिण भारत के राज्यों में भी कोरोना और उसका नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से बढ़ रहा है।

देश में कोरोना की दहशत एक बार फिर बढ़ गई है। रोजाना 50 हजार से ज्यादा केस देश में दर्ज किए जा रहे हैं। यही नहीं कोरोना की रफ्तार में 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।ओमिक्रॉन वैरिएंट का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है। लिहाजा देश के कई राज्यों में कड़ी पाबंदियां लगाई जा रही हैं।

राजधानी दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू

राजधानी में लगातार बढ़ते कोरोना मामलों के बीच केजरीवाल सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लागू कर दिया है। इसके अलावा नाइट कर्फ्यू भी लागू है। हालांकि इस बीच इमरजेंसी जैसी सुविधाएं जारी रहेंगी। वहीं निजी दरफ्तरों में 50 फीसदी क्षमता के काम होगा जबकि सरकारी ऑफिस को वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है। इस बीच मेट्रो और बसें पूरी क्षमता से चलेंगी। इस दौरान बिना मास्क के यात्रा नहीं की जा सकेगी।

महाराष्ट्र में भी कड़ी पाबंदियां

महाराष्ट्र में फिलहाल कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस हैं। यही वजह है कि यहां रात 9 से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। वहीं अंत्येष्टि में 20 लोग शामिल होने की इजाजत है, जबकि शादी-समारोह और धार्मिक आयोजनों में सिर्फ 50 लोग हिस्सा ले सकते हैं। वहीं पर्यटक स्थलों और खुले मैदानों में धारा 144 लागू है।

उत्तर प्रदेश नाइट कर्फ्यू

उत्तर प्रदेश में फिलहाल हालात चिंताजनक नहीं है। लेकिन सुरक्षा के लिहाज से सरकार लगातार कड़े कदम उठा रही है। इसके तहत रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। नए नियम 6 जनवरी से लागू किए गए हैं। इसके अलावा स्कूलों को भी बंद करने का फैसला लिया गया है, फिलहाल 10वीं तक के स्कूल बंद हैं। किसी जिले में 1000 से ज्यादा केस आने पर पाबंदी लगेगी। वहीं प्रयागराज माघ मेले में आने वालों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है।