रेमडेसिविर कालाबाजारी का आरोप: सिलावट की पत्नी के ड्राइवर को क्लीन चिट देने की तैयारी, जानिए मंत्री ने क्या कहा

मध्य प्रदेश की सियासत में हड़कंप मचाने वाले मामले में नया मोड़ आ गया है. पुलिस मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी के उस ड्राइवर गोविंद राजपूत को क्लीन चिट देने की तैयारी कर चुकी है, जिसका नाम रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले पुनीत अग्रवाल ने लिया था. पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि गोविंद राजपूत ने बीमारी के दौरान पुनीत से इंजेक्शन खरीदे थे.हालांकि उनका उपयोग न होने के कारण वापस कर दिए थे. इस मामले में मंत्री का कहना है कि अगर वह दोषी है तो सजा मिलनी ही चाहिए.

पुलिस अधीक्षक (SP) आशुतोष बाग़री के मुताबिक पुनीत अग्रवाल ने वीडियो में साशय झूठ बोला था. उसका वीडियो सामने आने के बाद खुद गोविंद ने पुलिस के पास आकर अपने बयान दर्ज करवाए. पुलिस ने कॉल डिटेल और रिकार्डिंग की भी जांच की है. प्राथमिक दृष्टिकोण में गोविंद की बात सच दिखाई दे रही है. हम इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. वहीं, गोविंद ने बताया कि वह बीते दिनों बीमार हुआ था. उसे आशंका थी कि वह कोरोना संक्रमित है. लिहाजा ऐहितियातन उसने पुनीत से इंजेक्शन खरीद लिए थे.

गोविंद के बयान को पुलिस का समर्थन

जानकारी मिली है कि आरोपी पुनीत ने किसी बंटी नामक शख्स से यह इंजेक्शन लिए थे. शुरुआती पड़ताल में पुलिस गोविन्द के बयानों से इत्तिफाक भी रख रही है. साथ ही, कुछ तथ्यात्मक जानकारी भी जुटा रही है. फिलहाल पुलिस प्राथमिक दृष्टिकोण में यह मान रही है कि पुनीत का वायरल वीडियो झूठा था,और गोविंद सच बयां कर रहा है. उसका इंजेक्शन की कालाबाजारी से कोई ताल्लुक नहीं.
यह है मामला, आरोपी ने की थी मीडिया से बात

गौरतलब है कि बीते दिनों इंदौर की विजय नगर थाना पुलिस ने पुनीत अग्रवाल को रेमेडिसीवर इंजेक्शन महंगे दाम में बेचते गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपी से इंजेक्शन भी बरामद किया था. पुलिस जब आरोपी पुनीत अग्रवाल को न्यायालय पेश करने जा रही थी तभी मीडिया कर्मियों से पुनीत ने बात की और बताया कि वह इंजेक्शन गोविंद राजपूत से लाया है. गोविंद मंत्री तुलसी सिलावट की पत्नी का ड्राइवर है और उसीसे वह इंजेक्शन लाया था.

दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई


दूसरी ओर, आरोपी पुनीत अग्रवाल का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की. पुलिस अधिकारियों की दलील थी कि उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती है. हिरासत में होने के बाद भी आखिर उन्होंने ये वीडियो कैसे बन जाने दिया. वरिष्ठ अधिकारियों ने एक होमगार्ड के सैनिक को मुख्यालय अटैच कर दिया और दूसरे को लाइन अटैच कर दिया.

दोषी है तो रासुका लगाई जाए – सिलावट

आरोपी पुनीत अग्रवाल का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई थी. विधायक संजय शुक्ला समेत कई नेता कार्रवाई की मांग कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने अब दावा किया है कि पुनीत अग्रवाल खुद कुछ समय पूर्व तक विधायक संजय शुक्ला के यहां गाड़ी चलाता था. इसके साथ यह भी जानकारी मिली है कि उस पर भंवरकुआ थाने में अपराध दर्ज है. इस मामले को लेकर खुद मंत्री तुलसी सिलावट निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. मंत्री सिलावट ने कहा कि पूर्ण निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. यदि वह दोषी होता है तो उस पर खुद रासुका की कार्यवाही की अनुशंशा भी करता हूं.