हड़ताल से नर्सेस वापस लौटी, मरीजों ने राहत की सांस ली

ग्वालियर. हाईकोर्ट के आदेश के बाद नर्सेस आज से काम पर वापस लौट आई है। नर्सेस के काम पर लौटने से अस्पताल में भर्ती मरीजों से लेकर ओपीडी में आने वाले मरीजों ने भी राहत की सांस ली है। नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्ष रेखा परमार ने कहा है कि हाईकोर्ट के आदेश के सम्मान में हड़ताल समाप्त कर दी गई है। नर्सेस की हड़ताल के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने नर्सेस एसोसिएशन प्रदेशाध्यक्ष को तलब किया था। बीते दिन बुधवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान नर्सेस की हड़ताल को अवैध घोषित किया था और आज 8 जुलाई से काम पर वापस लौटने के आदेश दिए थे।

जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन भी रिलेक्स मोड पर आया

नर्सेस के काम पर वापस लौट आने के बाद जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन भी रिलेक्स मोड पर आ गया है। दरअसल 30 जून से नर्सेस अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थी। नर्सेस की इस हड़ताल के कारण जेएएच में इलाज का संकट पैदा हो गया था। इलाज के लिए मरीजों को परेशान होना पड़ रहा था। कहीं इजेक्शन नहीं लग पा रहे थे तो कहीं मरीजों को समय पर दवाईयां नहीं दी जा रही थी हालांकि नर्सेस की हड़ताल के कारण जेएएच प्रबंधन ने अनुबंधित नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं को वाडऱ्ो में नियुक्त किया था लेकिन खुद जेएएच के डॉक्टर्स ने नर्सिंग छात्रों के काम पर सवाल उठाते हुए कहा था कि मरीजों को ठीक से इंजेक्शन तक नहीं लग पा रहा है। 8 दिन हड़ताल के बाद अब जब नर्सेस आज से काम पर वापस लौट आई है तो अब जेएएच प्रबंधन की भी परेशानी कम हो गई है।

कमेटी करेगी फैसला

वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर नर्सेस हड़ताल कर रही थी। इनकी मांगों को लेकर कोर्ट ने सरकार को चार सदस्यीय कमेटी गठित कर नर्सों की मांगों पर विचार करने को कहा है। यह कमेटी एक महीने में नर्सों की मांगों पर विचार करके फैसला लेगी।