कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र बनेंगे वॉलेंटियर

कोविड वैक्सीनेशन के लिए कॉन्फिडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) से जुड़े उद्यमी सहयोग देंगे। सीआईआई द्वारा बनाई गई टास्क फोर्स साेमवार तक सरकार को बताएगी कि देश के किन राज्यों और शहरों के उद्यमी अपने कोल्ड स्टोरेज, रेफ्रिजरेटर वाहन, स्टाफ व अन्य संसाधन उपलब्ध कराएंगे। सीआईआई की ग्वालियर ईकाई ने भी शहर के उद्यमियों से संपर्क किया है।

इसमें तानसेन नगर, मालनपुर, बानमोर, महाराजपुरा औद्योगिक क्षेत्रों के उद्यमियों ने वैक्सीन के परिवहन के लिए रेफ्रिजरेटर वाहन, स्टोरेज के लिए कोल्ड स्टोरेज और सर्वे आदि कामों के लिए अपने स्टाफ वॉलेंटियर के रूप में देने को तैयार हो गए हैं। हालांकि ये लोग कितनी संख्या में संसाधन दे रहे हैं, इसका डाटा गोपनीय रखा गया है और सीधे भारत सरकार को पहुंचाया जा रहा है।

सीआईआई के मप्र के डायरेक्टर अनिरुद्ध चौहान बताते हैं कि ग्वालियर में कुछ प्राइवेट कॉलेज और जीवाजी यूनिवर्सिटी के छात्रों का सहयोग वॉलेंटियर के रूप में मिल सकता है। इसे लेकर बात चल रही है, क्योंकि ये सीआईआई के सक्रिय सदस्य हैं। इसी के साथ में ग्वालियर के उद्यमी 10 प्रतिशत स्टाफ और 50 प्रतिशत जरूरी संसाधन देने को भी तैयार हैं।

डाटा हम अभी सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं। साेमवार तक पूरा डाटा एकत्रित हो जाए। इसके बाद ही हम शहर के हिसाब से बता पाएंगे कि किस शहर के औद्योगिक सेक्टर से कितनी मदद हम भारत सरकार को दिला पाएंगे।

गौरतलब है कि कोविड वैक्सीन पहले चरण में 15 हजार डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को लगाई जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी कर ली है और ऐसी संस्थाओं को भी चिह्नित कर लिया गया है, जहां सबसे पहले वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाएगा।