टेस्ट कम न दिखें इसलिए अस्पतालों में सामान्य बीमारी में भी कराई जा रही कोरोना की सैंपलिंग

जिले में उपचुनाव के चलते कोरोना मरीजों के सैंपल कम हो रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का तर्क है कि अब संक्रमित मरीज ही कम आ रहे हैं। जबकि हकीकत यह है कि टेस्ट संख्या कम न दिखे, इसलिए अब अस्पतालों में सामान्य इलाज के लिए आने वाले मरीजों के भी सैंपल हो रहे हैं। इन मरीजों में कोरोना का कोई लक्षण नहीं होता है, इसलिए इनकी रिपोर्ट निगेटिव आती है। ऐसे मरीजों की संख्या को दिखाकर स्वास्थ्य विभाग दावा करता है कि वह सैंपल करा रहे हैं।

जांच में मरीज ही कम निकल रहे हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि दिल्ली में कोरोना के मरीजों की संख्या पिछले कुछ दिनों में बढ़ गई है। विशेषज्ञ भी कह रहे हैं कि जिस तरह से मौसम में परिवर्तन आया है। उसे देखते हुए कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ सकती है।

पेट में मरोड हुई तो लिया सैंपल

विनय नगर सेक्टर दो की रहने वाली 28 वर्षीय गर्भवती है। उसे भूख न लगने की शिकायत के साथ पेट में मरोड होने की परेशानी आने लगी। जब वह स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाने गईं तो डॉक्टर ने उनसे कहा कि पहले कोरोना की जांच कराओ। महिला ने कहा कि उसे कोरोना का कोई लक्षण नहीं है। न ही परिवार में किसी को कोरोना हुआ है। डॉक्टर ने फिर भी टेस्ट कराया और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई।

सूजन आने पर भी कोविड टेस्ट

सिकंदर कंपू निवासी 55 वर्षीय वृद्ध टीबी के पुराने मरीज हैं। पिछले कुछ दिन से उनकी तबियत खराब थी। शरीर में सूजन आने लगी थी। जब वे डॉक्टर को दिखाने अस्पताल गए तो पहले उनकी कोरोना जांच करवाई गई जो निगेटिव आई। उसके बाद उनका इलाज शुरू हो पाया।