117 दिन बाद क्रिकेट की वापसी, खाली स्टेडियम में दिखेंगे ये नए नजारे

इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच बुधवार से साउथेम्पटन में शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच से 117 दिनों बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी और यह सीमित ओवरों की क्रिकेट के चलन के बाद पिछले 46 वर्षों में पहला अवसर होगा, जब 100 से भी अधिक दिनों तक कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला गया. साउथेम्पटन में यह मैच भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे से खेला जाएगा. ऐसा युग जिसमें मैदान पर खिलाड़ियों में जोश भरने वाले दर्शक नहीं होंगे. खिलाड़ी गले नहीं मिल सकेंगे. हफ्ते में दो बार कोरोना जांच होगी और खिलाड़ी होटल से बाहर नहीं जा सकेंगे. यह मैच सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, उससे इतर भी कारणों से खेल की इतिहास में दर्ज हो जाएगा. दर्शकों के बिना, बार-बार कोरोना वायरस जांच के बीच, सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए होने वाले ये मैच भविष्य में मैचों और दौरों का ब्लूप्रिंट भी तैयार करेंगे. अब मैदान पर दिखेंगे ये इतने सारे बदलाव - केवल दोनों कप्तान बेन स्टोक्स- जेसन होल्डर तथा मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड टॉस के लिए बाहर जाएंगे. टॉस में कोई कैमरा नहीं होगा और न ही कोई हैंडशेक होगा. अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ और रिचर्ड केटलबोरो अपनी गेंद लेकर जाएंगे. मैच के दौरान सेनेटाइजेशन ब्रेक होगा. खिलाड़ी दस्ताने, शर्ट, पानी की बोतल, बैग या स्वेटर साझा नहीं कर सकते. कोई भी बॉल ब्वॉय नहीं होगा, और ग्राउंड स्टाफ मैदान पर खिलाड़ियों के 20 मीटर के दायरे में नहीं जाएगा. टीम शीट्स डिजिटल होंगी. स्कोरर पेन और पेंसिल साझा नहीं करेंगे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पहले ही गेंद पर लार के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है. दो चेतावनियों के बाद, पांच रन का जुर्माना लगाया जाएगा. 'द टेलीग्राफ' ने ईसीबी के इवेंट्स निदेशक स्टीव एलवर्दी के हवाले से लिखा है कि यदि गेंद छह रन के लिए स्टैंड में चली जाती है, तो दस्ताने पहने टीम स्क्वॉड के ही खिलाड़ी इसे वापस फेंकेंगे, किसी और को इसे छूने की अनुमति नहीं होगी.