MP: कांग्रेस की बैलेट पेपर से उपचुनाव कराने की मांग, कोरोना को बताया वजह

2014 चुनाव के बाद से ईवीएम की घूर विरोधी रही कांग्रेस ने अब कोरोना की आड़ में एक बार फिर ईवीएम पर निशाना साधा है. एमपी में होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ने ईवीएम की जगह मतपत्रों के इस्तेमाल की मांग की है. अब कांग्रेस इसके पीछे कोरोना को वजह बता रही है तो वहीं बीजेपी इसे कांग्रेस की बहानेबाजी.
ईवीएम के जरिए 2018 में विधानसभा चुनाव जीतकर मध्य प्रदेश में 15 साल के सत्ता का वनवास खत्म करने वाली कांग्रेस ने उसके बाद से लगातार ईवीएम पर सवाल खड़े किए हैं और अब उपचुनाव की आहट के बीच ईवीएम एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर है. कांग्रेस को पहले ईवीएम में गड़बड़ी होने का शक था और अब ईवीएम से कोरोना फैलने का डर कांग्रेस को सता रहा है, इसलिए कांग्रेस ने मांग की है कि आगामी उपचुनाव ईवीएम नहीं बल्कि मतपत्र यानी बैलेट पेपर से हो.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को इस बाबत जो पत्र लिखा है उसमें ईवीएम से उपचुनाव न कराने को लेकर वजह बताई है कि हर मतदान केंद्र पर औसतन 1,000 से 1,200 मतदाता वोट डालते हैं. इसके लिए मतदाताओं को बार-बार ईवीएम के बटन दबाने होंगे. ऐसे में ईवीएम के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है.
वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस की ईवीएम से उपचुनाव कराने की मांग पर तंज कसा है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि 'कांग्रेस जनता के बीच कभी जाती नहीं, इसलिए खुद की हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ती है. कांग्रेस ने उपचुनाव से पहले ही हार मान ली है, इसलिए अभी से EVM का बहाना ढूंढ लिया है.'
बता दें कि कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने और दो विधायकों के निधन के कारण रिक्त हुई कुल 24 विधानसभा सीटों के लिए प्रदेश में उपचुनाव होने हैं. हालांकि अभी इसकी तारीख की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन राज्य में सियासी सरगर्मी तो शुरू हो ही गई है.