महाराष्ट्र में सियासी रोमांच के वो 10 घंटे, कैसे पलट गई बाजी, फंसी शिवसेना

भारतीय जनता पार्टी से रिश्ता तोड़ने के बावजूद भी शिवसेना महाराष्ट्र को सरकार देने में कामयाब नहीं हो पाई है. सोमवार को शिवसेना ने इसके लिए भरपूर कोशिश की और मोदी कैबिनेट से अपने मंत्री अरविंद सावंत का इस्तीफा तक दिला दिया, लेकिन कई राउंड की मीटिंग करने के बावजूद कांग्रेस और एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन पर अंतिम निर्णय नहीं लिया और राज्यपाल ने रात के वक्त एनसीपी को ही सरकार बनाने का निमंत्रण दे दिया है. इस तरह कई घंटों तक चला यह सियासी ड्रामा बेनतीजा रहा.

इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत रविवार को बीजेपी के उस ऐलान से हुई थी जिसमें उसने राज्यपाल को बताया था कि वह सरकार बनाने में सक्षम नहीं है. बीजेपी के इनकार के बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए कहा, जिसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी से सरकार को सहयोग करने की बात कही और इस तरह शुरु हुआ सोमवार का असली खेल.

ऐसा रहा सोमवार

- सुबह 10.30 बजे: मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई.

  • सुबह 11 बजे: दिल्ली में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें सोनिया गांधी भी शामिल रहीं. यह मीटिंग काफी देर तक चली और इसी दौरान महाराष्ट्र के चुनाव प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधायकों की राय वाले पत्र सोनिया गांधी को सौंपे.
  • - सुबह 11.30 बजे: एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने पार्टी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. दूसरी तरफ एनसीपी कोर कमेटी की बैठक हुई और उससे बाहर आकर नवाब मलिक ने बताया कि वह कांग्रेस के फैसले का इंतजार करेंगे.

    - सुबह 11.45 बजे: शिवसेना के सभी विधायकों ने समर्थन पत्र पर दस्तखत किए.

    - दोपहर 1.30 बजे: बांद्रा में एनसीपी प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच बैठक हुई. इस बैठक में संजय राउत भी मौजूद रहे.

    - दोपहर 3.15 बजे: वाईबी चव्हाण सेंटर में एनसीपी नेताओं की बैठक हुई. इस बठक में शरद पवार और अजित पवार भी मौजूद रहे.

    दोपहर 3.30 बजे: शिवसेना नेता संजय राउत की तबीयत बिगड़ गई जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया.

  • - शाम 4 बजे: दिल्ली में कांग्रेस की फिर बैठक हुई. इस बैठक में महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता भी शामिल हुए. हालांकि, शिवेसना को समर्थन पर कोई फैसला नहीं हो पाया.

    - शाम 6.45 बजे: उद्धव ठाकरे के बेटे और आदित्य ठाकरे शिवसेना नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.

    - शाम 7.30 बजे: राज्यपाल से बैठक के बाद आदित्य ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि राज्यपाल ने उन्हें ज्यादा समय देने से मना कर दिया है. आदित्य ने ये भी कहा कि उनका दावा अभी कायम है.

    - रात 8 बजे: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने लेटर जारी किया और बताया कि शिवसेना ने सरकार बनाने की इच्छा जताई है, लेकिन समर्थन पत्र जमा नहीं कराए हैं.

    रात 8.30 बजे: राज्यपाल ने एनसीपी को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया.

  • - रात 9 बजे: शरद पवार के साथ बैठक के बाद एनसीपी नेता अजित पवार राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 24 घंटे का वक्त मांगा.

    इस तरह सोमवार को 10 घंटे से ज्यादा चला सियासी घटनाक्रम सरकार गठन पर बेनतीजा रहा. अब मंगलवार के घटनाक्रम पर सबकी नजर है.