बाढ़ में फंसे 183 छात्रों का हुआ रेस्क्यू, हॉस्टल अधीक्षक पर होगी कार्रवाई

खंडवा के सीओ सुरेश चंद्र ने कहा कि हॉस्टल में छात्रावास अधीक्षक मौजूद नहीं थे. अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मध्य प्रदेश के खंडवा में बाढ़ में फंसे 183 छात्रों को बचा लिया गया है. ये बच्चे कन्या शिक्षा परिसर में रहते थे. सोमवार को हॉस्टल में बाढ़ का पानी घुस आया था. इस कारण बच्चे फंस गए थे. सीओ सुरेश चंद्र ने कहा कि हॉस्टल में छात्रावास अधीक्षक मौजूद नहीं थे. अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मध्य प्रदेश में पिछले दिनों हुई बारिश से नदी-नालों में आए उफान ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है. शाजापुर जिले में बाढ़ के पानी से घिरे एक दंपत्ति ने पेड़ पर चढ़कर जान बचाई थी. वहीं राजगढ़ में अंतिम संस्कार करने के दौरान लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

राज्य में बीते शुक्रवार से जारी बारिश से सीहोर की कुलांस नदी, राजगढ़ की नेवज, कालीसिंध व सूकड़ नदी के अलावा पार्वती आदि का जल स्तर काफी बढ़ गया है. शाजापुर के खोकराकला गांव में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. यहां तालाब की दीवार (पाल) टूटने से कई गांवों में पानी भर गया.

शाजापुर के जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया, "तालाब का एक हिस्सा टूट जाने से गांव में पानी भर गया. स्थानीय बचाव दल के साथ ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की भी मदद ली गई. सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया."