होटल में बने कई कपल के वीडियो, कैमरे लगाने के 7 दिनों के बाद वापिस लौटती शातिर लड़की, मोबाइल में थे अश्लील वीडियो

ग्वालियर. होटल में बल्ब को होल्डर में स्पाई कैमरा छिपाकर कपल्स के वीडियो शूट करने वाली गैंग ने कई खुलासे किये हैं। मास्टर माइंड इंजीनियरिंग की छात्रा राधा चौबे के बॉयफ्रेंड भूपेन्द्र धाकड के मोबाइल में कई और कपल्स के निजी पलों के वीडियो मिले हैं। उन्होंने होटल विरोट इन के रूम नम्बर 203, 206 में शूट किय थे। लेकिन होटल के रिसेप्शन से उन्हें इन कपल्स के मोबाइल नम्बर नहीं मिल पाये थे। जिस वजह से गैंग उनका ब्लैकमेलनहीं कर पाई थी।
मास्टरमाइंड राधा चौबे, उसका बॉयफ्रेंड भूपेन्द्र धाकड और तीसरा आरोपी बृजेश धाकड को पुलिस ने न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। पूछताछ में पता चला है कि राधा होटल में जाकर रूम बुक किया करती थी। उसके बाद उससे मिलने के बहाने आकर भूपेन्द्र और बृजेश रूम में सही जगह का चुनाव कर बल्व होल्डर वाला स्पाई कैमरा इंस्टॉलन कर देते थे। फिर 7 दिन के बाद वहीं रूम बुक करते थे। और स्पाई कैमरा निकालकर दूसरा इंस्टॉल कर देते थे। अब पुलिस इन वीडियो के संबंध में होटल में भी पड़ताल कर रही है। आशंका है कि होटल स्टाफ से भी कोई इस गैंग से जुड़ा हो सकता है।
सहेली के बॉयफ्रेंड को ही बना लिया टारगेट
ग्वालियर के चीनोर निवासी पुष्पेंद्र प्रजापति (27) रेलवे में कर्मचारी है। उसकी बहन ने एसएसपी को शिकायत कर बताया था कि कुछ लोग मेरे भाई को ब्लैकमेल कर रहे हैं। यदि उसे जल्दी बाहर नहीं निकाला गया तो वह सुसाइड जैसा कदम भी उठा सकता है। इसके बाद पुलिस ने पुष्पेंद्र से बात की तो उसने बताया कि वह 26 जुलाई 2025 को सिटी सेंटर को होटल विराट इन में गर्लफ्रेंड के साथ रुका था।
रूम नंबर 203 में 5 घंटे गुजारे थे और इसके बदले मैंने मैनेजर मुकेश शर्मा को 1200 रुपए नकद दिए थे। यह रूम गर्लफ्रेंड की सहेली दतिया निवासी राधा चौबे ने बुक किया था। इसके बाद हम चले गए लेकिन कुछ दिन बाद अनजान नंबर से वॉटसएप मैसेज आया। जिसमें लिखा था कि होटल विराट इन के रूम नंबर 203 में तुम्हारा गर्लफ्रेंड के साथ निजी पलों की पूरी रिकॉर्डिंग कर ली है। 1 लाख रुपए देने होंगे नहीं तो वीडियो वायरल कर देंगे। पुष्पेंद्र ने डर के कारण समय मांगा तो ब्लैकमेलर ने 3 दिन की मोहलत दी। 23 अगस्त को फिर कॉल आया। कहा- तू ज्यादा स्मार्ट बन रहा है, अब जीने नहीं देंगे। 30 मिनट में पैसे अकाउंट में डाल।’ ब्लैकमेलरों ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र का अकाउंट नंबर भेजा और लगातार दबाव बनाया। डर के कारण पुष्पेंद्र ने पहले 5 हजार, फिर 45 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। इसके बाद धमकी देकर 50 हजार रुपए और मांगे गए तो उसने अपने भाई को पूरी बात बता दी