वर्ल्‍डकप ट्रॉफी पर पैर रखने के मिचेल मॉर्श के व्‍यवहार पर भड़के शमी

नई दिल्‍ली. वर्ल्‍डकप 2023 के फाइनल (World Cup 2023 Final) में ऑस्‍ट्रेलिया की टीम इंडिया (India vs Australia)पर छह विकेट की खिताबी जीत के बाद हरफनमौला मिचेल मॉर्श (Mitchell Marsh) का वर्ल्‍डकप ट्रॉफी को अपने पैर के नीचे दबाए हुए फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जीती जाती है और इसके प्रति सम्‍मान प्रदर्शित किया जाना चाहिए. वर्ल्‍डकप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्‍मद शमी (Mohammed Shami) ने भी मिचेल मॉर्श के इस व्‍यवहार की आलोचना की है.

उन्‍होंने कहा, ‘मैं आहत हूं. जिस ट्रॉफी को हासिल करने के लिए सारी टीमें और उनके प्‍लेयर इतनी मेहनत मशक्‍कत करते हैं, जिसे आप अपने सिर पर उठाना चाहते हैं, पैर रखकर किसी को उसका इस तरह अपमान करते हुए देखकर मुझे अफसोस हुआ है. शमी ने कहा कि वर्ल्‍डकप ट्रॉफी के लिए सम्‍मान नहीं जताने के मिचेल के व्‍यवहार से वे आहत हैं. इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में शमी ने सबसे अधिक 24 विकेट लिए, उन्‍होंने सात मैचों में 10.70 के औसत, 5.26 की इकोनॉमी और 12.20 के स्‍ट्राइक रेट से यह विकेट लिए जिसमें तीन बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट शामिल रहे.

टीम इंडिया के इस तेज गेंदबाज ने PUMA India के साथ बातचीत के दौरान एक अन्‍य सवाल पर कहा, ‘आमतौर पर बॉलर मैच से पहले मैदान में जाकर पिच का निरीक्षण करते हैं लेकिन मैं कभी भी विकेट के पास नहीं जाता क्‍योंकि जब आप इस पर बॉलिंग करते हैं तभी पता चलता है कि यह यह किस तरह का व्‍यवहार कर रही है. ऐसे में इसका दबाव क्‍यों लेना? बेहतर यही है कि आप इसे ज्‍यादा से ज्‍यादा सिंपररखें और अपने आपको रिलेक्‍स रखें तभी आप बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.

वर्ल्‍डकप के शुरुआती मैचों में प्‍लेइंग इलेवन में गैरमौजूदगी से संबंधित सवाल पर उन्‍होंने कहा कि जब आप मैच से बाहर रहते हैं, उस वक्‍त मानसिक तौर पर मजबूत रहना अहम होता है. उन्‍होंने कहा, जब आप चार मैचों में बाहर रहते हैं तो आपको मेंटली स्‍ट्रांग रहने की जरूरत होती है. कभी कभी आप दबाव में होते हैं लेकिन जब आप देखते हैं कि टीम अच्‍छा प्रदर्शन कर रही है तो संतोष होता है.’