मदद की नहीं, चले थे मुसीबत बढ़ाने! तुर्की ने पाकिस्तान को लताड़ा, कहा- अभी मत आना

नई दिल्ली. तुर्की (Turkey) और सीरिया (Syria) में आए 7.8 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप (Earthquake) से मरने वालों की संख्या 8000 पहुंच गई है. इस विनाशकारी भूकंप से हजारों इमारतें ध्वस्त हो गई हैं. बचाव और राहत कार्य जोरों पर है. दुनिया के तमाम देश इस समय तुर्की की मदद कर रहे हैं. अमेरिका (America), चीन (China) और भारत (India) भी मदद करने वाले देश में शामिल हैं. वहीं आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) ने भी तुर्की की मदद की पेशकश की है. लेकिन तुर्की ने पाकिस्तान को लताड़ लगाई है.

CNN-News18 को प्राप्त जानकारी के अनुसार तुर्की ने पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा है कि हमारे यहां आने की जरूरत नहीं है. हम बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) तुर्की का दौरा करने वाले थे. लेकिन उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के एक सूत्र के अनुसार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुर्की के अधिकारियों के अनुरोध पर अपनी यात्रा रद्द कर दी है.
सूत्र ने कहा है कि तुर्की सरकार के अधिकारियों ने पाकिस्तान विदेश कार्यालय से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की यात्रा रद्द करने का अनुरोध किया है. क्योंकि तुर्की भूकंप के कारण फैली तबाही से बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त है. मालूम हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और अन्य अधिकारियों को एकजुटता दिखाने के लिए भूकंप प्रभावित तुर्की का दौरा करना था.

वहीं जब पाकिस्तान ने भूकंप से पीड़ित तुर्की की मदद की घोषणा की तो पाकिस्तान में इसकी खूब आलोचना हुई. पाकिस्तान सिविल सोसाइटी और मीडिया द्वारा पाकिस्तान की इस सहायता की आलोचना की गई. यहां तक कि लोगों ने प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और अन्य अधिकारियों की इस यात्रा की भी खूब आलोचना की. क्योंकि देश इस समय भयंकर आर्थिक तंगी से गुजर रहा है और आर्थिक ढांचा पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है. माना जा रहा है कि इसी आलोचना की वजह से यात्रा को रद्द करना पड़ा है.