गुरुवार को सीएम योगी आएंगे ग्रेटर नोएडा, 600 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं की देंगे सौगात

ग्रेटर नोएडा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को ग्रेटर नोएडा आ सकते हैं. मुख्यमंत्री जीबीयू में आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रेटर नोएडा वासियों को करीब 600 करोड़ रुपये से अधिक कीमत की परियोजनाओं की सौगात दे सकते हैं. मंगलवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री इस मौके पर कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे. आइए आपको बताते हैं कि इनमें क्या क्या शामिल होगा…

इन परियोजनाओं का होगा शिलान्यास

ग्रेटर नोएडा के जलपुरा और नॉलेज पार्क फाइव में 220 केवी और 132 केवी के दो बिजलीघर बनने हैं. इन दो बिजलीघरों पर करीब 180 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण बतौर अनुदान यह धनराशि यूपीटीसीएल को देगा. इनसे डाटा सेंटर व ग्रेनो वेस्ट को भरपूर बिजली मिल सकेगी.

सी एंड डी प्लांट के जरिए निर्माण कार्यों के मलवे को री-साइकिल किया जाएगा. सेक्टर ईकोटेक थ्री में इस प्लांट को बनाया जा रहा है. इस पर करीब 48.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मलबे को एकत्रित करने के लिए छह कलेक्शन सेंटर भी बनाए गए हैं. ये कलेक्शन सेंटर इकोटेक 12, सेक्टर 10, सेक्टर 12, बीटा वन, डेल्टा थ्री व सिग्मा टू में बनाए गए हैं.

ग्रेटर नोएडा के पांच सेक्टर्स में 215 वेंडर्स मार्केट बनाने का निर्णय लिया गया है. इन मार्केट को बनाने में करीब 1.61 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा वन में 40, बीटा टू में 45, अल्फा टू में 45, डेल्टा टू में 45, सेक्टर 36 में 40 वेंडर मार्केट बनाने की तैयारी है. ये मार्केट रेहड़ी-पटरी वालों को आवंटित किए जाएंगे.

औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक 8 को तेजी से विकसित करने की योजना है. सेक्टर में रोड, पानी, सीवर नाली आदि विकास कार्य शीघ्र कराने की तैयारी है। आठ करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए. निर्माणकर्ता कंपनी का चयन हो गया है.

लड़पुरा गांव को भी जल्द स्मार्ट विलेज बनाने की तैयारी है. इस पर करीब 7 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस पर बहुत जल्द काम शुरू कराने की तैयारी है.

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से ग्रेटर नोएडा आने पर सिरसा गोलचक्कर के पास ट्रकर्स पॉइंट बनाने की योजना है. इस पर 2.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे. ट्रकर्स पॉइंट में करीब 100 ट्रकों के खड़े होने के लिए पार्किंग, एक अस्थायी ढाबा व 10 क्योस्क, सुलभ शौचालय, ग्रीन बेल्ट में बैठने के लिए सीट प्लेटफॉर्म व पेड़ पौधे लगाए जाएंगे.

ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक थ्री में रैन बसेरा व श्रमिक हॉस्टल बनाया जाएगा. इस पर करीब 2.78 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके बन जाने से रोजगार की तलाश में दूरदराज से आने वाले युवक-युवतियों और बेघर गरीबों को खुले आसमान के नीचे रात नहीं गुजारनी पड़ेगी. इसका टेंडर फाइनल हो चुका है.

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर 37 में रेसलिंग कोर्ट बनाने जा रहा है. इस पर करीब करीब 60 लाख रुपये खर्च होंगे. इसका टेंडर फाइनल हो गया है. निर्माण करने वाली कंपनी का चयन कर लिया गया है.

ग्रेटर नोएडा के सभी प्रमुख स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय बनाए जा रहे हैं. 13 नए सार्वजनिक शौचालयों का शिलान्यास मुख्यमंत्री के हाथों हो सकता है. इन पर करीब 2.60 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

मुख्यमंत्री इन परियोजनाओं को कर सकते हैं लोकार्पण

ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग सेक्टर्स में करीब 71 करोड़ रुपये के विकास कार्य हुए हैं. मुख्यमंत्री के हाथों इनका शिलान्यास होगा. करीब 120 करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत हुए हैं इन कार्यों का मुख्यमंत्री शुभारंभ करेंगे.

ग्रेटर नोएडा के गांवों में भी 18 करोड़ रुपये के कार्य. जबकि करीब 87 करोड़ रुपये के कार्य स्वीकृत किए गए हैं.

इंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग सिस्टम के अंतर्गत ई-फाइल ऑफिस का लोकार्पण होने जा रहा है. इससे प्राधिकरण की सभी पत्रावलियां डिजिटल रूप में आ जाएंगी, जिससे प्राधिकरण पेपरलेस हो जाएगा. औद्योगिक सेक्टर ईकोटेक 10 व 11 से इसकी शुरुआत होगी. पहले चरण के आवंटी नो ड्यूज सर्विसेज, नाम व पते में परिवर्तन आदि सेवाएं घर बैठे पा सकेंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 63 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं.

लखनावली में लीगेसी वेस्ट के ढेर को खत्म करने के लिए रेमेडिएशन प्लांट शुरू होने जा रहा है. लगभग 2.4 लाख मीट्रिक टन वेस्ट को रीसाइकिल किया जाएगा. इस प्लांट को बनाने में करीब 23 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. इस प्लांट से एकत्रित कूड़े से कंपोस्ट खाद, प्लास्टिक वेस्ट, इनर्ट वेस्ट और मिट्टी को अलग किया जा सकेगा

वन मैप ग्रेटर नोएडा के जरिए ग्रेटर नोएडा में किसी प्रॉपर्टी की लोकेशन देख सकेंगे. रोड, सीवर-पानी की लाइन, मार्केट, मॉल या फिर पुलिस स्टेशन, सब कुछ आपको बस एक क्लिक पर मिल सकेगा. इस पर करीब 6.22 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. इससे प्राधिकरण की सभी तरह की संपत्तियों व सेवाओं की जीआईएस टैगिंग हो सकेगी. सिंगल क्लिक पर सभी सूचनाएं मिल सकेंगी

ग्रेटर नोएडा के निवासियों के लिए स्थानीय बस सेवा शुरू होने जा रही है. ये गांवों व सेक्टर्स को जोड़ते हुए चलेंगी. बसों के संचालन के लिए करीब 1.80 करोड़ रुपये का वायबिलिटी गैप ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा.

ग्रेटर नोएडा के 33 सेक्टर्स में ओपन जिम बनाए गए हैं. इन पर करीब 3.33 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. पार्कों में बने इन ओपन जिम से ग्रेटर नोएडा के निवासी सुबह की सैर के साथ ही सेहत भी बना सकते हैं.