Politics of Uttarakhand : कौन है केजरीवाल का सोशल सेनापति, जिसे हायर कर सकती है कांग्रेस?

देहरादून. उत्तराखंड चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां कमर कसकर तैयारियां कर रही हैं, तो एक बड़ा मोर्चा सोशल मीडिया प्रचार संभालने का भी है. ज़माना इस तरह बदल चुका है कि पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया रणनीति भी प्रमुख पार्टियां बनाती हैं और इसके लिए बाकायदा एक्सपर्ट हायर किए जाते हैं. इसी सिलसिले में आम आदमी पार्टी के लिए सोशल मीडिया की पूरी ज़िम्मेदारी संभाल चुके अंकित लाल अब उत्तराखंड चुनाव के लिए चर्चा में हैं क्योंकि कहा जा रहा है कि यहां वह कांग्रेस के लिए रणनीति बनाने पर काम करने वाले हैं.
कितना तय है, कितना नहीं?
अगले साल मार्च महीने में होने वाले उत्तराखंड चुनाव को लेकर कैंपेन रणनीति बनाने के लिए कांग्रेस अंकित लाल को हायर कर सकती है, ऐसी खबरें हैं. एचटी की एक खबर की मानें तो इस फैसले से जुड़े हुए लोग कह रहे हैं कि यह लगभग तय है, लेकिन अभी खुद लाल ने इस बात की पुष्टि नहीं की है. लाल का कहना है कि जब तक औपचारिक तौर पर कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई लिखित दस्तावेज़ उन्हें नहीं मिलता, तब तक ऐसा नहीं कहा जा सकता. कांग्रेस की रणनीति के साथ ही आपको लाल के बारे में बताते हैं.

कैसा रहा है लाल का करियर?
अंकित लाल की पहचान आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया प्रमुख के तौर पर बनी और 2020 के दिल्ली चुनाव के समय वह चर्चा में भी आए, जब उन्होंने कहा था, ‘आप अपना रास्ता बनाने के लिए लेफ्ट भी जा सकती है, राइट भी’. 2012 से 2020 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आप का सोशल मीडिया हैंडल करने वाले लाल के लिए 2013, 2015 और 2020 काफी सफल साल रहे, जब आप को चुनावों में अच्छी सफलता मिली.

इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद सोशल मीडिया मैनेजर बने लाल ने राजनीतिक कंसल्टेंसी में अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने के लिए 2020 चुनाव के बाद आप का साथ छोड़ दिया था. खबरों की मानें तो पिछले कुछ महीनों के दौरान लाल उत्तर प्रदेश चुनाव के लिहाज़ से राष्ट्रीय लोक दल के साथ जुड़े रह चुके हैं. इससे पहले पिछले साल बिहार चुनाव के समय जनता दल यूनाइटेड के लिए भी उन्होंने प्रचार रणनीति पर काम किया था.

तो क्या अब कांग्रेस का हाथ थामेंगे?
हालांकि अब तक खुद लाल ने इस बारे में पुष्टि नहीं की है, लेकिन कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के प्रमुख रोहन गुप्ता के हवाले से खबर में कहा गया, ‘उत्तराखंड की आवाज़ अभियान लॉन्च करने के साथ ही कांग्रेस आप और भाजपा से उत्तराखंड चुनाव के सोशल मीडिया प्रचार मामले में आगे निकल चुकी है… सिर्फ सोशल मीडिया नहीं, बल्कि पूरी सियासी प्रचार रणनीति के लिए लाल को हायर किया जाना लगभग तय हो चुका है.’