Jabalpur News: मुर्गों के खाने में भी बड़ा भ्रष्टचार, क्राइम ब्रांच ने मारा छापा, पढ़ें- हैरान करने वाली हकीकत

जबलपुर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में करीब एक साल पहले पीडीएस (PDS) के तहत दिए गए राशन में भ्रष्टचार की जांच अब भी जारी है. इसी बीच अब मुर्गों के खाने में भी बड़ा भ्रष्टाचार (Corruption) करने का खुलासा हुआ है. जबलपुर (Jabalpur) के शहपुरा थाना अंतर्गत सहजपुर पौड़ी में शहपुरा पुलिस (Police) और क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने एक गोदाम पर छापा मारा, जहां मुर्गे-मुर्गियों को खिलाए जाने वाले दानों में अवैध रूप से मिलावट की जाती थी. शारदा मिनरल्स नाम से संचालित गोदाम में बड़ी मात्रा में असली और नकली दानों का स्टॉक मिला है, जिसे पुलिस ने सील कर दिया है.

पैसा कमाने की अंधी दौड़ में शामिल मिलावटखोरों ने मुर्गियों की सेहत से भी खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है. क्राइम ब्रांच ने इसे ही नकली दाने बनाने बाली फैक्ट्री का खुलासा किया है. शुभाशीष सान्याल द्वारा यह कारखाना चलाया जा रहा था. क्राइम ब्रांच को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शुभाशीष सान्याल नर्मदा जिलेटिन फैक्ट्री में तैयार ब्रांडेड कंपनियों के नाम से मुर्गियों को खिलाएं जाने वाले मिलावटी दाने बनाकर बेच रहा है. सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच और शहपुरा थाना पुलिस ने तत्काल टीम गठित कर बताए गए स्थान पर छापा मारा. जहां लगभग 1 हजार तैयार की गई दानें की बोरी और 500 से ज्यादा नर्मदा जिलेटिन फ्रैक्ट्री के नाम की खाली प्रिंट की बोरियों सहित नकली खाद्य पदार्थ मिलाकर बनाने वाली सामग्री को जब्त किया है.

लंबे समय से चल रहा था गोरखधंध

पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि शुभाशीष सान्याल लंबे समय से यह गोरखधंधा कर रहा है. वह भेड़ाघाट स्थित नर्मदा जिलेटिन फैक्ट्री से दाना खरीदता है और अपनी फैक्ट्री में नकली दाना मिलाकर बेचता है. यह मिलावटी दाना जबलपुर के साथ ही आसपास के जिलों और राज्यों में भी सप्लाई किया जाता है. बहरहाल पुलिस ने दाने के सेम्पल लेकर गोदाम को सील कर दिया है. सैंपल को अब जांच के लिए सागर लैब भेजा जा रहा है. सूचना मिलने पर पहुंचे नर्मदा जिलेटिन फैक्ट्री के अधिकारी भी सेम्पल की जांच कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि ओलिस को मौके पर लगभग 14 लाख 40 हजार रुपये का सामान मिला है. जिसकी जब्ती बनाई गई है.शहपुरा थाने की एसआई रजनी पटेल ने बताया कि पुलिस ने फरार आरोपी शुभाशीश सान्याल के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम की विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है.