अफसर तमाशा देखते रहे, वीवीआईपी वाहन प्लेटफार्म पर पहुंच गए

रेलवे स्टेशन पर बिना प्लेटफार्म टिकट के आम आदमी अंदर दाखिल हो जाए तो रेलवे स्टाफ पर्ची काट देता है। जबकि इसी स्टेशन पर 12 घंटे में दो वीवीआईपी वाहन प्लेटफार्म तक पहुंच गए, लेकिन अफसर कार्रवाई तो दूर मुंह खोलने से भी कतरा रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि आरपीएफ, जीआरपी एवं रेलवे स्टेशन प्रबंधन ने भी वाहन चालकों को ऐसा करने से रोकना जरूरी नहीं समझा। हालांकि स्टेशन डायरेक्टर ने इस मामले की जांच शुरु कर दी है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी मंगाए गए हैं।

मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात करीब 1.10 बजे भोपाल एक्सप्रेस से वीवीआईपी ग्वालियर आ रहे थे। उनको लेने पहुंचा वाहन क्रमांक एमपी07 बीआर 4997 का ड्रायवर गाड़ी को सीधे होटल एंबियंस के पास बने वीवीआईपी गेट से अंदर ले गया। सीसीटीवी फुटेज में यह नजारा कैद हो गया, जिसमें गाड़ी के पास कुछ लोग बात करते हुए और फिर गाड़ी बाहर निकलते हुए दिखाई दे रही है। यह फुटेज लीक होने के बाद हड़कंप मच गया है।

दिलचस्प बात यह है कि अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ था कि सुबह करीब 11 बजे एक अन्य वीवीआईपी वाहन इसी गेट से अंदर दाखिल हुआ, जिसमें वीवीआईपी सवार होने के बाद इसी गेट से रवाना हो गया। हालांकि यह वाहन अंदर प्लेटफार्म तक नहीं पहुंचा था, लेकिन वीवीआईपी गेट के अंदर ही पार्क हुआ था। नियमानुसार रेलवे प्लेटफार्म पर किसी भी वीवीआईपी का वाहन नहीं आ सकता है। उधर इस फुटेज के लीक होने के बाद रेलवे अफसर कार्रवाई करने की जगह मुंह खोलने से भी कतरा रहे हैं।

रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन करीब 30 हजार लोगों की आवाजाही रहती है। यात्रियों के साथ काफी संख्या में बच्चे भी रहते हैं, ऐसे में वीवीआईपी वाहन का प्लेटफार्म पर पहुंचना गंभीर हादसे को निमंत्रण दे सकता था। क्योंकि अक्सर ट्रेन पकड़ने के चक्कर में लोग प्लेटफार्म पर दौड़ते नजर आते हैं, वाहन के कारण वह दुर्घटना का शिकार भी हो सकते थे।