सुल्तानगढ़ फॉल में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला, मंत्री तोमर वापिस लौटे
शिवपुरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर सुभाषपुरा थाना क्षेत्र में सुल्तानगढ़ के पास एक प्राकृतिक झरने में आई बाढ़ में फंसे 34 लोगों को बचा लिया गया है। शिवपुरी के एसपी राजेश हिंगणकर के अनुसार सभी सुरक्षित हैं। राहत और बचाव कार्य 10 घंटे तक चला। इसके बाद सुबह केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सुरक्षित लोगों के साथ ग्वालियर वापिस आने के लिए रवाना हो गये।
जानकारी के अनुसार पानी के तेज बहाव के बीच चट्टानों पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। पांच लोगों को हेलीकॉप्टर की सहायता से पहले बाहर निकाला गया था, जबकि दो को स्थानीय लोगों ने निकाला। सुल्तानगढ़ फॉल में चट्टानों पर फंसे लोगों को निकालने के लिए पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने रस्सा डाल दिए थे इसके बाद हेलीकॉप्टर की मदद से 5 लोगों को निकाल लिया गया, लेकिन अंधेरा होने के बाद हेलीकॉप्टर वापस लौटकर नहीं आया। मौके पर करीब 10 थानों की पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन पानी अधिक होने के कारण हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। इसके बाद रात्रि करीब 1 बजे आईटीबी के जवान मौके पर पहुंचे तो सभी के दम में दम आई। मोहना के तीन युवा निजाम शाह, कल्ला बाथम और रामसेवक प्रजापति भी आगे। इसके बाद आईटीबीपी, एनडीआरएफ और ग्रामीण जवानों ने मिलकर पानी में फंसे 34 लोगों को एक-एक कर बाहर निकाला। रेस्क्यू ऑपरेशन सुबह तक चला। मौके पर शिवपुरी कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता, पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर, ग्वालियर पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन पूर्व से मौजूद थे, इसके बाद केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, पोहरी विधायक प्रहलाद भारती, आईजी, डीआईजी सहित ग्वालियर कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। इसके अलावा करीब 10 थानों का पुलिस बल मौजूद रहा। कोलारस टीआई सतीश चौहान, सुभाषपुरा थाना प्रभारी सुरेन्द्र यादव सहित अन्य थाना प्रभारी भी मौजूद रहे।
यह बता दें कि कल स्वतंत्रता दिवस के कारण अवकाश होने की वजह से बड़ी संख्या में आसपास के लोग पिकनिक मनाने आए थे। पुलिस अधीक्षक हिंगणकर ने बताया था कि, ‘‘झरने में पानी के तेज बहाव में आठ लोग बह गये।’’ उन्होंने कहा कि झरने के तेज बहाव के बीच चट्टानों पर फंसे लोगों को बाहर निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं। अंधेरा होने के कारण हेलीकॉप्टर अब उड़ान नहीं भर पा रहा है। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि झरने में करीब 10 से 12 लोग बहे हैं।बुधवार को अवकाश होने के कारण आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग यहां पिकनिक मनाने आये थे। इनमें से कई लोग झरने में नहा रहे थे, तभी झरने में पानी का बहाव तेज हो गया। संभवतः ऊपरी पहाड़ी इलाके में तेज बारिश होने से झरने में पानी का बहाव तेज हो गया था।