डीआरडीई की परिधि 200 मीटर मामला, रक्षामंत्री ने दिए समीक्षा के आदेश

ग्वालियर। सांसद तथा केन्द्रीय पंचायतीराज, ग्रामीण विकास एवं खनन मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से मुलाकात कर शहर के हृदय स्थल सिटी सेंटर में स्थापित डीआरडीई की 200 मीटर की परिधि में बनी 148 परिसंपत्तियों पर मंडरा रहे खतरे के बादल से उन्हें अवगत कराया।
श्री तोमर ने रक्षामंत्री को बताया कि रक्षामंत्रालय की 2005 को जारी अधिसूचना के अनुसार डीआरडीई की बाऊंड्री के चारों ओर 200 मीटर की परिधि में निजी निर्माण कार्य को प्रतिबंधित किया गया है, इस परिधि मे निजी परिसंपतियों के अलावा कई सरकारी एवं जनमहत्व की संरचनाए जैसे स्टेडियम, तरण पुष्कर, बाल भवन, आई हॉस्पिटल, विद्यालय, ओडिटोरियम, आरोग्यधाम धर्मार्थ अस्पताल, दिल्ली ग्वालियर झाँसी मुख्य रेलवे लाइन, झांसी रोड और ब्रिज, अग्नि शमन केंद्र, हेल्थ मेनेजमेंट इंस्टीट्यूट, जीवाजी यूनिवरसिटि से संबंधीत भवन, नगर निगम कार्यालय इत्यादि स्तिथ है।
उक्त अधिसूचना के कारण आम जनता के साथ साथ शासकीय कार्योंलयों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। रक्षामंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे विषय को जनहित में रिव्यू करने के आदेश दे दिए हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने सकरात्मक दृष्टिकोण के लिए रक्षामंत्री को धन्यवाद दिया है। ज्ञातव्य हो कि ग्वालियर के मेयर श्री विवेक नारायण शेजवलकर के द्वारा इस विषय को केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के समक्ष रखे जाने पर श्री तोमर ने 31 मई 2018 को रक्षामंत्री का ज्ञापन देकर प्रकरण में जांच करवाने का अनुरोध किया था।