किसान के रुपयों से बेंगलुरु में खरीदा 7.37 लाख का सोना, फेक नंबर से ऑनलाइन बनाया अकाउंट

किसान के खाते में फेक नंबर अपडेट कर नेट बैंकिंग की मदद से 7.37 लाख रुपए उड़ा लिए गए। इन रुपयों से कर्नाटक के बेंगलुरू में सोना खरीदा गया। उसने यहां बैंक अधिकारियों की मदद से ठगी को अंजाम दिया था। आरोपी सोने का बंटवारा करने ग्वालियर आया था, तभी राज्य सायबर टीम ने पकड़ लिया। आरोपी की निशानदेही पर प्राइवेट बैंक के मैनेजर और कर्मचारी को भी पकड़ा है। बैंक अधिकारी के इशारे पर ही किसान के खाते में फेक नंबर जोड़ा गया। सायबर टीम ने आरोपियों से 98 ग्राम वजनी सोने के आभूषण, मोबाइल और फेक सिम जब्त की है।

उपनगर मुरार के मोदी खे्रिया गांव निवासी गब्बर सिंह पेशे से किसान हैं। उनका खाता शहर की प्राइवेट बैंक में है। कुछ समय पूर्व उन्होंने अपनी जमीन बेची थी, जिसका करीब 47 लाख रुपए उनके खाते में जमा था। जरूरत पड़ने पर वह बैंक जाकर फॉर्म भरकर ही पैसे निकालते थे। सितंबर 2020 को वह बैंक से पैसे निकालने पहुंचे, तो उनके खाते में 7.37 लाख रुपए कम थे। इसके बाद उन्होंने खाता ब्लॉक कराया और राज्य सायबर सेल के ऑफिस पहुंचे। शिकायत पर जांच के लिए एसपी राज्य सायबर सेल सुधीर अग्रवाल ने इंस्पेक्टर मुकेश नारोलिया, सब इंस्पेक्टर शैलेन्द्र राठौर को जांच सौँपी।

ऑन लाइन खरीदा गया सोना

जांच में पता चला कि किसान के खाते से रुपए नेट बैंकिंग के जरिए कर्नाटक के बेंगलुरु में सोना खरीदने में उपयोग किए गए हैं। जिस नंबर से नेट बैंकिंग यूज की गई, वो किसान का नहीं था, बल्कि कर्नाटक में सक्रिय था। लगातार इस नंबर को सर्विलांस पर लिया गया। कर्नाटक का आरोपी ग्वालियर सोना का हिस्सा बांटने आया था, तभी राज्य सायबर पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी विनोद गुर्जर निवासी बेंगलुरु के रूप में हुई। उसने साथियों के रूप में नीतेश व दिलीप के नाम बताए। दोनों बैंक कर्मचारी हैं। एक इनमें से मैनेजर है और उसके कहने पर ही फेक नंबर अपडेट किया गया।

यह रखें सावधानी

- बैंक खाते से लिंक मोबाइल नंबर की जानकारी रखें। उसे हमेशा चालू रखें।

- लगातार मैसेज चेक करते रहें, यदि कोई ऐसा ट्रांजेक्शन का हुआ है जो आपने नहीं किया है तत्काल बैंक, पुलिस को सूचना दें।

- बैंक में कस्टमर रिक्वेस्ट फाॅर्म भरते समय पढ़कर ही साइन करें, कोई कॉलम या लाइन खाली नहीं छोड़ें।