मैंने स्वेच्छा से छोड़ी कांग्रेस, वह एक हैंडपंप भी नहीं लगवा पायेंगे-इमरती देवी

ग्वालियर. फूड एंड सेफ्टी टीम ने बुधवार को जनकगंज थाने के पास मावा और बर्फी की खेप पकड़ ली। मुखबिर की सूचना पर 50 डलिया मावा से लदा वाहन रोका गया जिसमें 17 कट्टे गोपिका बर्फी भी मिली। यह वहीं गोपिका बर्फी है जो जवाहर कॉलोनी में लावारिस हाल में मिली थी। पैकिंग पर देखने के बाद सामने आया कि यह धौलपुर में बनती है और इसके पैकेटों पर निर्माण की तिथि व एक्सपायर डेट तक नहीं है। यह बर्फी संदिग्ध हाल में मिली है और अब फूड सेफ्टी टीम ने इसकी जांच शुरू कर दी है।

वहीं डबरा में टीम ने अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर सैंपलिंग की कार्रवाई की और एक प्रतिष्ठान को सील भी कर दिया है। कार्रवाई फूड एंड सेफ्टी विभाग के अभिहीत अधिकारी डिप्टी कलेक्टर संजीव खेमरिया के निर्देशन में की गई।

फूड एंड सेफ्टी टीम ने बताया कि जनकगंज थाने के पास मावा से भरा हुआ वाहन पकड़ा गया। जांच में पता चला कि यह मावा ट्रांसपोर्ट के लिए ग्वालियर से भोपाल भेजने के लिए भरा जा रहा था। मावा फर्म शिव एंड ट्रांसपोर्ट कंपनी मोर बाजार का है जिसके प्रोपराइटर महेश शर्मा है। ट्रक में 50 डलिया मावा और 17 कट्टे गोपिका स्पेशल वर्फी के रखे मिले। मौके पर ट्रांसपोट कंपनी के मालिक और मावा वर्फी के मालिक भी उपस्थित हुए। फूड सेफ्टी ऑफिसर रवि शिवहरे ने ट्रक में से तीन सैंपल मावा और एक सैंपल गोपिका वर्फी का लिया। मावा सुरेश कन्नौजिया, शब्दप्रकाश यादव और सुरेंद्र परिहार का होना पाया गया। गोपिका स्पेशल बर्फी रवि शंकर शिवहरे की होना पता चली। सैंपल लेने के बाद बर्फी की सुपुदर्गी उसके मालिक को दी गई।