वन-वे के बाद भी गलत दिशा से घुस रहे चार पहिया वाहन, राजगढ़ से किलाचौक तक रेंगता है ट्रैफिक

ट्रैफिक पुलिस के प्रयासों के बाद भी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधर नहीं पा रही है। शहर में जगह-जगह जाम लगने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। वाहन चालकों की मनमानी के सामने ट्रैफिक विभाग बौना नजर आ रहा है। दुकानों तथा बैंकों के सामने खड़े होने वाले वाहनों के कारण शहर वासियों को रोजाना जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। प्रशासन ने ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए शहर में वन-वे व्यवस्था शुरू की थी, लेकिन कुछ वाहन चालकों की मनमानी तथा पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण वन-वे व्यवस्था ध्वस्त हो गई। जिसका खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।

शहर की प्रमुख सड़कों को वन-वे घोषित किए जाने के बाद कुछ समय तक तो ट्रैफिक पुलिस ने दिन-रात रॉन्ग साइड से घुसने वाले वाहनों पर रोक लगाने का प्रयास किया। लेकिन अब ट्रैफिक कर्मी केवल खड़े होने भर तक की ड्यूटी करते हैं। कौन वाहन कहां से आ रहा है और किधर जा रहा है, टोकना तो दूर उसकी तरफ देखते भी नहीं है। अगर कोई सीनियर अफसर वहां से गुजरता है तभी ट्रैफिक पुलिस हरकत में आती है। अफसर से आगे बढ़ते ही फिर किसी दुकान, चाट के ठेले या फिर पेड़ के नीचे खड़े होकर गपशप करती नजर आती है। यही कारण है कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था नहीं सुधर रही है। पूरे दिन शहर के मुख्य मार्गों पर बिना किसी साहलग, बिना त्यौहारी सीजन के ट्रैफिक जाम पूरे दिन लगा देखा जा सकता है।

ट्रैफिक जाम के लिए बैंक और दुकानदार भी हैं जिम्मेदार

शहर के अंदर तीन बड़े बैंक हैं और तीनों मुख्य मार्ग पर हैं। गांधी रोड पर एसबीआई, तिगैलिया पर सेंट्रल बैंक और बड़ी तिगैलिया के आगे पंजाब नेशनल बैंक। इन तीनों बैंकों के सामने सड़क के दोनों तरफ बैंक में लेन देन करने के लिए आने वालों के वाहन पार्क हो जाते हैं। वाहन भी आड़े तिरछे खड़े कर दिए जाते हैं। जिससे सड़क संकरी हो जाती है। इसी बीच चार पहिया वाहन गुजरता है तो जाम लग जाता है। जाम में फंसे वाहनों के हॉर्न से सिर चकराने लगता है लेकिन लोग हैं कि मानते नहीं हैं। यही कारण है कि राजगढ़ चौराहा से किलाचौक तक आसानी से निकल पाना मुश्किल है। इसी बीच अगर किसी से वाहन टकरा जाता है तो विवाद शुरू हो जाता है।

ट्रैफिक जाम से बेहाल हो रहे हैं शहरवासी

पुलिस प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर में जगह-जगह लगने वाले जाम के कारण शहरवासियों को पल-पल पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर की सड़कें संकरी होने के बाद भी दोनों साइड से वाहनों का आवागमन होता है। जिसके कारण जगह-जगह जाम के हालात पैदा हो जाते हैं। हैरानी इस बात की भी है कि ट्रैफिक पुलिस ने वन-वे में घुसने से रोकने के लिए बेरीकेड्स और सूचना बोर्ड भी लगा रहे हैं लेकिन फिर भी लोग हैं कि मानते नहीं।

वन-वे रोड का ध्वस्त हुआ ट्रैफिक नियम

शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए ट्रैफिक विभाग ने भले ही वन-वे रोड का नियम लागू कर दिया है, लेकिन इस नियम को मानता कोई नहीं है। दो पहिया हो या फिर चार पहिया वाहन चालक सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर रॉन्ग साइड अपने वाहन चलाते रहते हैं। जिसके कारण हर दस मिनट में सड़कों पर जाम लग जाता है।

स्थायी समाधान होना चाहिए

दीपावली के कारण बाजार में लोगों की भीड़ बढ़ रही है। ग्रामीण अंचलों से भी लोग खरीददारी करने के लिए आते हैं। लेकिन पार्किंग स्थल न होने के कारण वाहन सड़क पर ही पार्क कर दिए जाते हैं दूसरी तरफ चार पहिया वाहन उल्टी दिशा से घुस आते हैं जिससे जाम लगता है। प्रशासन को जाम की समस्या से निपटने के लिए स्थाई समाधान करना चाहिए।
धीरज सेन, बस स्टैंड बायपास