इंजीनियर की हत्या का कोरोना पॉजिटिव आरोपी अस्पताल से रात 3 बजे हुआ फरार

सुपर स्पेशलिटी हाॅस्पिटल की तीसरी मंजिल पर कैदी वार्ड में इलाज के लिए भर्ती हत्या का आराेपी और काेराेना पाॅजिटव मरीज शनिवार-रविवार की रात 3 बजे फरार हाे गया। फरार आराेपी का नाम वीरेंद्र परिहार है। घासमंडी ग्वालियर निवासी वीरेंद्र पर 12 अक्टूबर काे अपने दाे साथियाें के साथ मिलकर रिटायर्ड एसडीओ सीताराम शाक्य के इंजीनियर बेटे सचिन की गला घाेंटकर हत्या कर दी थी।

कैदी वार्ड में पुलिस ने उसकी निगरानी के लिए दाे सिपाही तैनात कर रखे थे। दाेनाें पुलिसकर्मी रात में साे गए थे, तभी आराेपी फरार हाे गया। एसपी अमित सांघी ने दाेनाें सिपाहियाें नरेश शाक्य और हितेंद्र शर्मा काे लापरवाही के आराेप में निलंबित कर दिया है। ये दाेनाें ग्वालियर थाने में पदस्थ थे।

पुलिस के मुताबिक शनिवार रात करीब 9 बजे शिफ्ट बदलने पर कैदी वार्ड के बाहर ग्वालियर थाने के सिपाही नरेश शाक्य और हितेंद्र शर्मा को हत्याराेपी वीरेंद्र परिहार की निगरानी में लगाया गया था, लेकिन रात में दाेनाें सो गए। इसी दौरान वीरेंद्र परिहार वार्ड की बाथरूम में गया और खिड़की से पाइप के सहारे नीचे उतरकर भाग गया।

रात करीब 3 बजे उसे भागते देख सिक्योरिटी गार्ड ने शोर मचाया। शाेर सुनकर दाेनाें सिपाही जागे, लेकिन तब तक आराेपी भाग चुका था। करीब एक घंटे तक सिपाहियों ने आसपास उसकी तलाश की लेकिन जब नहीं मिला तो थाना प्रभारी व अन्य स्टाफ को अवगत कराया। हत्यारे के भागने से खलबली मच गई। भगाेड़े आरोपी की तलाश में दो टीम लगाई गई हैं।

पुलिस ने वीरेंद्र को गिरफ्तार कर 15 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया था

12 अक्टूबर काे हुए सचिन शाक्य हत्याकांड में पुलिस ने वीरेंद्र परिहार को गिरफ्तार कर 15 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद कोर्ट ने उसे रिमांड पर सौंप दिया। 19 अक्टूबर को वीरेंद्र को जेल भेजना था, लेकिन कोरोना टेस्ट पॉजिटिव हाेने से उसे जेएएच के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर स्थित कैदी वार्ड में भर्ती किया गया।