MP उपचुनाव: गोंडवाना पार्टी लड़ेगी चुनाव

मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय और छोटी पार्टियां भी एकजुट होकर ताल ठोकने की तैयारी कर रही हैं. 2018 के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगाड़ने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) ने समता विकास पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया है और ऐसे ही कुछ अन्य दलों के साथ मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद हो रही है.

  • मध्य प्रदेश की 24 सीटों के उपचुनाव की सियासत तेज
  • छोटे-छोटे दल मिलकर तीसरा मोर्चा बनाने को तैयार

भारतीय गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक मनमोहन शाह बट्टी ने aajtak.in से बताया है कि उपचुनाव की सभी 24 सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आदिवासी, दलित और वंचित समुदाय के विचारधारा वाली पार्टियों के साथ हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया है कि उसके प्रभाव वाले अनूपपुर, सुरखी, सांची के अलावा मालवा निमाड़ की सीटों पर पूरे दम के साथ पार्टी चुनाव लड़ेगी.

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का सबसे ज्यादा असर महाकौशल और कुछ मालवा अंचल के इलाकों में है. अब पहली बार पार्टी ग्वालियर चंबल इलाके में अपने उम्मीदवार खड़ा कर प्रमुख सियासी दलों के समीकरण को बिगाड़ने की तैयारी में जुट गई है. मनमोहन शाह बट्टी ने बताया कि चंबल-ग्वालियर के इलाके में सहरिया आदिवासी समुदाय की बड़ी आबादी है, जिसे राजनीतिक दलों ने हमेशा दरकिनार किया है. ऐसे में हम उनकी वहां पर आवाज बनेंगे.

बता दें कि 2018 के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने चुनाव लड़ा था और कई सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ दिया था. मध्य प्रदेश में जीजीपी प्रत्याशियों ने छह लाख 75 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए थे. हालांकि, जीजीपी ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. अमरवाड़ा विधानसभा सीट पर तो जीजीपी उम्मीदवार कांग्रेस के बाद दूसरे नंबर पर था. वहीं, बसपा ने पहले ही चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. ऐसे में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरते हैं तो देखना होगा कि किसका समीकरण बिगाड़ते हैं.

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 2003 के चुनाव में 80 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 3 सीटें जीती थीं. उसके बाद 2008 के चुनाव में दो टुकड़ों में बंटी पार्टी ने अलग-अलग सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे. जिसके चलते पार्टी का वोट प्रतिशत घट गया था. हालांकि, 2018 के चुनाव में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर 76 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे.