नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालुओं को कोरोना, पंजाब सरकार ने उद्धव सरकार पर मढ़ा दोष

पंजाब में कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों से संकट गहरा गया है. महाराष्ट के नांदेड़ से लौटे सिख श्रद्धालु में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं. श्रद्धालुओं में कोरोना को लेकर महाराष्ट्र और पंजाब के बीच अब सियासी जंग तेज हो गई है. पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने श्रद्धालुओं की कोई मदद नहीं की.

  • पंजाब में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले
  • नांदेड़ से आए सिख श्रद्धालुओं में कोरोना केस तेजी से बढ़े

स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने उद्धव ठाकरे सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य सरकार ने नांदेड़ के गुरुद्वारे में फंसे श्रद्धालुओं का कोरोना टेस्ट नहीं कराया, जिसकी वजह से श्रद्धालुओं के वापस आने पर संक्रमण के मामले तेजी से सामने आए हैं. महाराष्ट्र सरकार के निरीक्षण में थे, केंद्र के दिशानिर्देशों को लागू करना उनका कर्तव्य था. उनके नमूने और परीक्षण वहां किए जाने चाहिए थे.उन्होंने कहा कि हम श्रद्धालुओं को अलग-अलग बसों में लेकर यहां लाए हैं.

वहीं, दूसरी अकाली दल ने ही नांदेड़ में फंसे श्रद्धालुओं के मुद्दे को उठाते हुए पंजाब की कांग्रेस सरकार को घेरा है. अकाली नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार ने श्रद्धालुओं के वहां से पंजाब लौटने पर उनका टेस्ट कराने की जहमत नहीं उठाई और न ही उन्हें क्वारनटाइन करने के बारे में फैसला लिया, लिहाजा स्वास्थ्य मंत्री इस चूक पर इस्तीफा दें.

पंजाब में महाराष्ट्र के नांदेड़ से लाए गए श्रद्धालुओं में अब तक 170 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. नांदेड़ साहिब से लाए गए श्रद्धालुओं के कारण पंजाब में कोरोना वायरस का विस्फोट हो गया है. नांदेड़ से 3500 से ज्यादा श्रद्धालु पंजाब लौटे हैं, जिनमें से अभी कई लोगों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है.

नांदेड़ की बस जब अमृतसर पहुंची तो सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन साफ-साफ दिखा. विपक्ष के दवाब और श्रद्धालुओं की जिद में राज्य सरकार लोगों को वापस ले तो आई लेकिन कोरोना संक्रमण का खतरे ने चिंता बढ़ा दी है. यही वजह है कि राज्य सरकारों के लिए अपने मजूदरों को वापस लाना और उन्हें कोरोना से बचाए रखना आसान नहीं होगा.