राफेल फाइटर जेट और ये 5 हथियार जल्द मिलेंगे भारत को, बॉर्डर पर बढ़ेगी दुश्मन की टेंशन

पुलवामा और बालाकोट के बाद भारत के लिए सीमा पार ऑपरेशन अब सुरक्षा नीति का हिस्सा हो गया है. ऐसे में राफेल विमान और इस साल सैन्य बलों को मिलने वाले कई हथियार काफी अहम हो जाते हैं. इससे न केवल बॉर्डर पर भारत की ताकत बढ़ेगी बल्कि क्षेत्र में शक्ति संतुलन के लिहाज से भी ये काफी अहम होंगे.

लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताई है. राजनाथ सिंह को रक्षा मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है. पहले दिन ही कार्यभार संभालने के बाद राजनाथ सिंह ने सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और सैन्य आधुनिकीकरण के साथ-साथ मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने पर जोर दिया. रक्षा मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह के सामने कई चुनौतियां हैं जैसे- चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर सुरक्षा मजबूत करना, पाकिस्तान के साथ आतंकवाद पर सख्त रुख बरकरार रखना, देश की रक्षा तैयारियां मजबूत करना, समंदर में चीन की बढ़ती चुनौती, रक्षा उत्पादन तेज करने के साथ-साथ मेक इन इंडिया को प्राथमिकता देना और डिफेंस डील्स को विवादों से दूर रखते हुए भारत की ताकत को मजबूत बनाना.
राफेल पर सबकी निगाहें, डिलिवरी में सिर्फ 100 दिन बाकी

इस सबके बीच, देश की सुरक्षा के लिए सबसे अहम है कि इस साल भारत को राफेल जैसे अहम फाइटर जेट की डिलिवरी होने वाली है जिसपर लंबे समय से सियासत जारी है. इसके अलावा एफ-21 फाइटर जेट पर डील, रूस के साथ एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम डील में अमेरिकी रोड़ा खत्म करना. पुलवामा और बालाकोट के बाद भारत के लिए सीमा पार ऑपरेशन अब सुरक्षा नीति का हिस्सा हो गया है. ऐसे में राफेल विमान और इस साल सैन्य बलों को मिलने वाले कई हथियार काफी अहम हो जाते हैं. इससे न केवल बॉर्डर पर भारत की ताकत बढ़ेगी बल्कि क्षेत्र में शक्ति संतुलन के लिहाज से भी ये काफी अहम होंगे. नए रक्षा मंत्री के लिए ये अग्निपरीक्षा है कि इन सबकी डिलिवरी समय से हो और देश में सियासत और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की उलझनों से भारत की ताकत बढ़ाने वाले इन डील्स पर असर न हो. आने वाले वक्त में भारत को राफेल फाइटर जेट और ये 5 हथियार मिलने वाले हैं जिनका असर रक्षा हालात पर भी होगा.