दिल्ली में 2 करोड़ वाहनों को कबाड़ में भेजने की तैयारी

नई दिल्ली. दिल्ली में मियाद पूरी कर चुके (ओवरएज) वाहनों को फिलहाल ईंधनबंदी से राहत मिल गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बैठक के बाद निर्णय लिया है कि अब यह प्रतिबंध 1 नवंबर से लागू होगा। पहले यह पाबंदी केवल दिल्ली में लागू होनी थी, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है और यह एनसीआर के पांच अन्य जिलों गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा/ग्रेटर नोएडा और सोनीपत तक विस्तारित होगा। इस निर्णय के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।
दिल्ली आम आदमी पार्टी अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, दिल्ली की सरकार अब फुलेरा की पंचायत की तरह चलाई जा रही है। भाजपा ने सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि उसके पड़ोसी राज्यों को भी बर्बाद कर दिया है। रेखा सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग को पत्र लिखकर उसकी सभी नीतियों का समर्थन किया है। आयोग ने अब इस नियम को पूरे एनसीआर में लागू करने का निर्णय लिया है। रेखा सरकार को कुछ समय चाहिए था। ताकि यह नीति समान रूप से सभी शहरों में लागू की जा सके।