अयोध्या में प्रियंका, ‘सॉफ्ट हिंदुत्व’ से कांग्रेस को देंगी संजीवनी

कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को अयोध्या पहुंच रही हैं. रायबरेली से सड़क के रास्ते अयोध्या पहुंच कर प्रियंका गांधी हनुमानगढ़ी में बजरंगबली के दर्शन करेंगी. अयोध्या में आधे दर्जन कार्यक्रमों में प्रियंका गांधी ने नुक्कड़ सभाएं, सियासी चौपाल और स्कूल में बच्चों से मिलने के कार्यक्रम रखे हैं, जिसमें वो सीधे-सीधे अयोध्या के लोगों से रूबरू होंगी और सियासी तौर पर बीजेपी को चुनौती देंगी.

अयोध्या से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर अयोध्या अमेठी बॉर्डर कुमारगंज में प्रियंका गांधी का स्वागत होगा, जहां वो नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगी. प्रियंका गांधी गांव के रास्ते अयोध्या पहुंचेंगी. कई गांव में उनके अलग-अलग कार्यक्रम हैं. कहीं बरगद के पेड़ के नीचे चौपाल लगाएंगी तो कहीं महिलाओं से मिलेंगी. कहीं बच्चों से रूबरू होंगी लेकिन कोई बड़ी रैली या जनसभा अयोध्या में नहीं करेंगी. शुक्रवार शाम करीब साढ़े चार बजे प्रियंका गांधी अयोध्या में हनुमानगढ़ी जाएंगी और वहां से दर्शन करने के बाद उनकी 3 दिनों की यात्रा खत्म होगी.

इस यात्रा में प्रियंका गांधी ने पहले 2 दिन तक अमेठी और रायबरेली में कार्यकर्ताओं के साथ मैराथन बैठक की. कांग्रेस के लिए जीत की योजनाएं तय की और अब बजरंगबली के दर पर मत्था टेकेंगी. लोकसभा चुनाव के लिए अयोध्या में कांग्रेस के बड़े नेता निर्मल खत्री चुनाव लड़ रहे हैं. निर्मल खत्री का इलाके में बड़ा प्रभाव है और पार्टी के बुरे दौर में भी वो वोट पाते रहे हैं. अयोध्या की लड़ाई को भी कांग्रेस त्रिकोणीय बनाने की तैयारी में है. देखना है कि प्रियंका गांधी के इस दौरे से कांग्रेस को अयोध्या में और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कितनी संजीवनी मिलती है.