रिटायर्ड बैंक कर्मचारी से 8.80 लाख रूपये की ठगी का हुआ शिकार

ग्वालियर. पंजाब नेशनल बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी ने फेसबुक पर पीएनबी वन एप का विज्ञापन देखकर डाउनलोड करना चाहा तो वह डाउनलोड तो हुआ नहीं लेकिन वह ठगी का शिकार हो गये। कुछ देर बाद उनके पास पीएनबी वन एप का अधिकारी बताने वाले एक ठग का कॉल आया। उनको एप डाउनलोड कराने ऑनलाइन प्रोसेस शुरू की। फार्म भराते गये और इस बीच उनके अकाउंट से कैश निकलता गया। सेवा निवृत्त कर्मचारी ने इस पर आपत्ति भी ली। लेकिन बैंक अधिकारी बनकर ठग रहे शख्स ने विश्वास दिलाया कि यह सारे रूपये 24 घंटे के अंदर अकाउंट में वापिस आ जायेंगे।
घटना 15 जुलाई न्यू जीवाजी नगर थाटीपुर की है। रिटायर्ड कर्मचारी ने एक माह तक इंतजार किया। लेकिन जब रूपये वापिस नहीं लौटे तो ठग ने बैंकॉल रिसीव करना बंद कर दियाि। वह एसपी ग्वालियर से मिले। जिसके बाद साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कर लिया है।
क्या है मामला
न्यू जीवाजी नगर थाटीपुर निवासी 70 वर्षीय सत्य प्रकाश पीएनबी बैंक से रिटायर्ड कर्मचारी हैं। 15 जुलाई को वे मोबाइल में फेसबुक चला रहे थे। तभी पीएनबी बैंक वन एप का एड दिखाई दिया। जिसमें से बैंक जाने की परेशानी से बचने और घर बैठे ही बैंक का काम करने की जानकारी दिखाई दी। वे ऑनलाइन एप डाउनलोड करने लगे। काफी देर तक डाउनलोड नहीं हुआ तो उन्होंने उसे बंद कर दिया।
2 घंटे बाद मोबाइल पर अनजान मोबाइल नंबर से कॉल आया। जिसमें ट्रू कॉलर पर पीएनबी लिखा था। कॉल करने वाले ने अपना नाम राहुल कुमार बताया और कहा कि वह पीएनबी वन एप में अफसर है। उसने एप के बारे में जानकारी दी और उनके मोबाइल पर वॉट्सएप कॉल किया। इसके बाद वह उन्हें बताता गया और जानकारी लेता गया।
ऑनलाइन फॉर्म भरते-भरते खाते से निकले रूपये
ठग ने एक फॉर्म ऑनलाइन भरवाया। इसके बाद रिटायर्ड कर्मचारी के पास खाते से पैसे निकलने के मैसेज आने लगे। पैसे निकलने में मैसेज की जानकारी उन्होंने राहुल कुमार को दी तो उसका कहना था कि 24 घंटे में वापिस आ जायेंगे। धीरे-धीरे कर 8.80 लाख रूपये उनके पीएनबी के 3 अलग-अलग खातों से निकाल लिये गये। रिटायर्ड कर्मचारी इंतजार करता रहा। लेकिन पैसे वापिस नहीं लौटे तो उन्हें शंका हुई और साइबर सेल पहुंचकर मामले की शिकायत की। साइबर सेल ने उनकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया।